कश्मीर में पुंछ क्षेत्र में यह हमला हुआ है। आतंकियों के हमले के बाद सेना ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग शुरू कर दी है।
पुलिस अफसर को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद उनको बचाया नहीं जा सका। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है।
पाकिस्तान सरकार ने देश में 78 संगठनों को आतंक या अन्य गैर कानूनी गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर रखा है। लेकिन प्रतिबंध के बावजूद तमाम संगठनों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं।
Jammu and Kashmir terrorism: पठानकोट में सैन्य क्षेत्र त्रिवेणी द्वार पर 21 नवंबर की रात बाइक सवार अज्ञात लोगों ने ग्रेनेड से हमला किया। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना के बाद पूरे जिले में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।
अल्ताफ और मुदासिर के परिवारों ने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस थाने का दौरा किया और मांग की कि शव उन्हें वापस कर दिए जाएं लेकिन उन्हें मना कर दिया गया।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हमले से निपटने के लिए अब सुरक्षा बलों को फ्री हैंड कर दिया गया है। आतंकियों के खिलाफ पुंछ और राजौरी जिलों के वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ सी गई थी। राज्य सरकार आतंकी मंसूबों को फेल करने के लिए सख्त कदम उठा रही है।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसने के लिए मल्टी स्टेट ऑपरेशन चलाया गया था।
यूएस की एक मॉनिटरिंग ग्रुप ने साल 2018 में इस बात को उजागर किया था कि लश्कर पाकिस्तान में मदरसा के जरिए अपने नेटवर्क को मजबूत करने में जुटा हुआ है।