सार
आज (11 जुलाई, रविवार) को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ज्योतिष में इसे रवि पुष्य योग कहा जाता है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी होने से ये खरीदारी का महामुहूर्त रहेगा।
उज्जैन. आज (11 जुलाई, रविवार) को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है। ज्योतिष में इसे रवि पुष्य योग कहा जाता है। इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी होने से ये खरीदारी का महामुहूर्त रहेगा। ये साल का ऐसा पहला और आखिरी रवि पुष्य संयोग है जो पूरे दिन रहेगा। इस रविवार को पुष्य नक्षत्र रात करीब 2.20 तक रहेगा। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में है, वे यदि इस दिन कुछ खास उपाय करें तो उनकी परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं। रवि पुष्य से जुड़ी खास बातें और इस दिन किए जाने वाले उपाय इस प्रकार हैं…
प्रॉपर्टी में निवेश और खरीदारी के लिए शुभ दिन
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रवि पुष्य के शुभ योग में खरीदारी बहुत शुभ फलदायी होती है। इस दिन हीरे के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, जमीन, मकान, कपड़े और अन्य खरीददारी करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। इसके अलावा जमीन, मकान में निवेश करना चाहते हैं तो यह दिन फायदेमंद साबित हो सकता है। वहीं, वाहन, फर्नीचर, ज्वेलरी, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य घरेलू सामान की खरीदारी भी शुभ रहेगी।
रवि पुष्य के उपाय
1. रवि पुष्य के शुभ योग में किसी योग्य ब्राह्मण को तांबे के बर्तनों का दान करें, क्योंकि ये सूर्य की धातु है।
2. गरीबों को गेहूं का दान करें या किसी भोजनशाला में गेहूं का आटा दान करें।
3. किसी मंदिर के पुजारी को लाल वस्त्रों का दान करें। ऐसा संभव न हो तो मंदिर के लिए लाल झंडा भी दान कर सकते हैं।
4. रवि पुष्य के शुभ योग में बछड़े सहित गाय का दान किसी ब्राह्मण को करें।
5. सूर्य दोष का प्रभाव कम करने के लिए गुड़ के दान का भी विशेष महत्व है।
ज्योतिषीय उपायों के बारे में ये भी पढ़ें
सूर्य दे रहा हो अशुभ फल तो पहनना चाहिए माणिक, जानें इसे किस धातु की अंगूठी में जड़वाना चाहिए?
केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए पहनते हैं लहसुनिया, लेकिन जानिए कब पहनना हो सकता है नुकसानदायक
बिना ज्योतिषीय सलाह के न करें कोई उपाय, इससे आप फंस सकते हैं परेशानियों में, ध्यान रखें ये 10 बातें
मानसिक शांति और सुख-समृद्धि के लिए घर में रखें भगवान बुद्ध की प्रतिमा, इन बातों का भी रखें ध्यान
गोमेद के साथ इन ग्रहों से संबंधित रत्न भूलकर भी न पहनें, इससे बनते हैं दुर्घटना के योग