सार
यूपी के गाजियाबाद में एक लिफ्ट में तीन मासूम के अंदर फंस जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल 11वें फ्लोर पर लिफ्ट अटकने से तीनों चीखती-चिल्लाने के साथ रोती रही पर उसके बाद भी करीब 25 मिनट बाद बाहर आ पाई।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के जिले गाजियाबाद में लिफ्ट अटकने से तीन मासूम बच्चियां करीब 24 मिनट तक उसके अंदर फंसी रहीं। दरअसल लिफ्ट 20वें फ्लोर से नीचे आ रही थी और 11वें फ्लोर पर अटक गई। लिफ्ट में चीखती-चिल्लाती रहीं। इस दौरान उनका रो-रोकर बुरा हाल था और तीनों लड़कियां चीखती-चिल्लाती रही। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसमें साफ दिख रहा है कि बच्चियां लिफ्ट को खुद से भी खोलने की कोशिश करती रही लेकिन सारी कोशिशें फेल हो गई।
20वें फ्लोर से ग्राउंड फ्लोर पर खेलने के लिए निकली थी बच्चियां
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के एसोटेक नेक्सट सोसाइटी की लिफ्ट का है। करीब 25 मिनट बाद लिफ्ट को मैनुअली तरीके से खोलकर बच्चियों को बाहर निकाला गया। ऐसा बताया जा रहा है कि यह वीडियो बुधवार की देर शाम का है। 20वें फ्लोर पर फ्लैट में स्पोर्ट्स गुड्स कारोबारी शिवम गहलोत रहते हैं। उनकी आठ साल की बेटी तेजस्विनी कक्षा तीन में पढ़ती है। वह अपनी फ्रेंड मिशिका और वैद्यही के साथ सोसाइटी के पार्क में खेलने के लिए जा रही थी। तीनों साथ में ही 20वें फ्लोर से ग्राउंड फ्लोर पर आने के लिए लिफ्ट में सवार हुईं।
लिफ्ट के नहीं खोलने पर निराशा के साथ वहीं बैठ गई मासूम
लिफ्ट में सवार होने के बाद अचानक 11वें फ्लोर पर आकर अटक गई। इस दौरान लिफ्ट की लाइट ऑन थी और बाद में वो काम नहीं कर रही थी। लिफ्ट का न गेट खुल रहा था और न वो नीचे बढ़ पा रही थी। सोशसल मीडिया पर वायरल हो रहा सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि तीनों बच्चियों ने हाथ से भी लिफ्ट को खोलने का प्रयास किया। उन्होंने काफी कोशिशें की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। तीनों इतना परेशान हो गई की एक तो थक हारकर निराश हो जाती है बाकी दो बाद लिफ्ट में ही हाथ जोड़कर ईश्वर से प्रार्थना करते दिख रही हैं।
लिफ्ट से बाहर आने के बाद तीनों बच्चियां थी बहुत घबराई हुई
लिफ्ट के अटकने के बाद जब दूसरे रेजिडेंट्स को लिफ्ट की जरूरत पड़ी तब उन्हें पता चला कि वह 11वें फ्लोर पर अटकी हुई है। इसके बाद मेंटनेंस टीम मौके पर आई और उसको खोलने का प्रयास शुरू किया। मैनुअली खोलकर करीब 25 मिनट बाद लिफ्ट से तीनों बच्चियों को बाहर निकाला गया। दूसरी ओर शिवम गहलोत का कहना है कि मामले की सूचना मिलते ही सोसाइटी पहुंचा तो तीनों बच्चियां बुरी तरह घबराई हुई थी। वह लगातार रो रही थी। उन्होंने आगे बताया कि इस घटना के बाद से बच्चियां अभी तक लिफ्ट में एक भी बार नहीं गई हैं और वह बच्चे भी लिफ्ट में जाने से घबरा रहे हैं।
रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पीड़ित बच्ची के पिता शिवम ने मामले में रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष चित्रा चतुर्वेदी और सचिव अभय झा के खिलाफ थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक में उनके खिलाफ देर रात ही एफआईआर दर्ज करवाई। शिवम का आरोप है कि लिफ्ट मेंटेनेंस के नाम पर हर साल करीब 25 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। इसके बाद भी आए दिन ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि रेजिडेंट्स लगातार शिकायत करते हैं और उसके बाद भी लिफ्ट की दिक्कतें दूर नहीं हो पा रही हैं।
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