सार
यूपी के झांसी जिले में एक किसान ने बेटी की शादी की चिंता में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वह कहता था कि अबकी फसल अच्छी होगी तो बिटिया को राजकुमारी की तरह विदा करेगा लेकिन बारिश में फसल खराब हो जाने के बाद से बेटी को डोली सजाने का सपना लिए सुसाइड कर लिया।
झांसी: उत्तर प्रदेश के जिले झांसी में एक युवक ने आत्महत्या कर ली, जिसके बाद से उसकी बेटी का रो-रोकर बुरा हाल है। दरअसल युवक को बेटी की शादी की चिंता में फंदा लगाकर यह कदम उठा लिया। इस घटना के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं गांव में भी बिल्कुल सन्नाटा पसरा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक घरवालों से कहता था कि फसल को बेचने के बाद जो भी पैसा मिलेगा उससे बेटी की शादी और दोनों बच्चों की पढ़ाई हो जाएगी पर बारिश की वजह से फसल खराब हो गई।
फसल खराब हो जाने से टूट गया पिता का सपना
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के पूंछ थाना क्षेत्र का है। यहां पर एक किसान दयाशंकर अपने परिवार के साथ रहता था। वह बेटी की शादी के लिए इस बार की फसल को बेचने के बाद पैसे मिलने का इंतजार में था पर फसल खराब हो जाने की वजह से टूट गया। फिर अपनी जिंदगी को खत्म कर लिया। वह अक्सर कहता था कि अबकी फसल अच्छी होगी बिटिया को राजकुमारी की तरह विदा करेगा लेकिन बारिश में तिल और मूंगफली की फसल नष्ट हो गई तो बेटी की डोली सजाने का सपना लेकर फांसी के फंदे पर झूल गया।
बेटी की शादी को लेकर बहुत उत्साहित था युवक
मृतक दयाशंकर(41) खेतीबाड़ी कर परिवार का जीवन यापन करता था। उसके तीन बच्चे शिवानी (20), शिवा (15) व छोटू (12) है। इसके साथ ही उसके पास तीन बीघा की खेती थी, जिसमें उसने एक बीघा में तिल और दो बीघा में मूंगफली बोई थी। वह अपनी बेटी की शादी करना चाहता था। इस वजह से उसने लड़का भी देख रखा था। उसका मानना था कि जैसे ही कुछ पैसा जमा होता था वह बिटिया की शादी के लिए सामान ले आता था। बिटिया को प्यार करते हुए कहता था कि देखना पूरा गांव देखेगा अपनी शिवानी को राजकुमारी की तरह विदा करूंगा। शादी में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होगी और पूरे गांव को न्योता भी दूंगा।
मृतक को बेटी की शादी की सताने लगी थी चिंता
घरवालों का कहना है कि जब खेतों में पानी भर गया तो दयाशंकर के आंसू नहीं रूक रहे थे। वहीं मृतक के साले और बेटे शिवा का कहना है कि फसल खराब होने की वजह से आर्थिक संकट पैदा हो गया था। इस वजह से शिवानी की शादी की चिंता सताए जा रही थी। वह डिप्रेशन की स्थिति में पहुंच गया था। शुक्रवार को रोजना की तरह सोया हुआ था और शनिवार की सुबह जब सब उठे तो फांसी के फंदे पर लटका मिला। दयाशंकर को इस हालत में देख किसी को यकीन नहीं हो रहा था। परिजन में चीख-पुकार मच गई।
फूट-फूटकर रोते हुए पुकारती रही मृतक की बेटी
वहीं दूसरी ओर मृतक दयाशंकर की बेटी शिवानी का भी रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को दिया तो घर में शिवानी बेहाल हो गई। वह फूट-फूटकर रोते हुए पुकारती रही पापा तुम लौट आओ, मुझे दुल्हन नहीं बनाओगे, मेरी शादी किए बिना तुम कैसे चले जाओगे। शिवानी पिता को याद कर खूब रो रही है तो वहीं दूसरी ओर दोनों बेटे भी पापा के शव पर रोते-बिलखते रहे। फसल खराब हो जाने से एक पिता बिटिया की विदाई का सपना पूरा न कर सका।