संगीत के लिए घर से भागे, कई दिनों तक भूखे रहे Kailash Kher, ये 2 जिंगल्स गाकर पूरे भारत में गूंजी आवाज

वीडियो डेस्क।  बॉलीवुड के मशहूर सिंगर कैलाश खेर ने 14 साल की उम्र में संगीत के लिए घर छोड़ा बिना किसी औपचारिक गुरु के संगीत सिर्फ सुनकर सीखा। आज सफलता के मुकाम पर खड़े कैलाश खेर संगीत को कुछ नया देना चाहते हैं। ऐशियानेट हिन्दी के संवाददाता श्रीकांत सोनी से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि शायद पहली बार कोई गायक नए गायकों को लॉन्च कर रहा है। मैं जब मुंबई आया तो रहने को जगह और खाने को रोटी तक नहीं थी। खूब संर्घष किया जिगल्स गाए और शुरुआत हो गई।  जब आपका पेट भरा हो तो आपका फर्ज बनता है कि दूसरे का पेट भरें। हमने भी संगीत की दुनिया में कुछ ऐसी ही शुरुआत की है। मेरी कंपनी कैलासा इंटरटेनमेंट प्राइवेट लि. कैलासा रिकॉर्ड्स के जरिये हर साल मेरे जन्मदिन 7 जुलाई पर नए गायकों को लॉन्च करती है। हमने 2016 में इसकी शुरुआत की थी। इस प्लेटफॉर्म पर चार बैंड लॉन्च कर चुके हैं। हम इसके लिए नए गायकों को आइडेंटिफाई करते हैं, उन्हें लाइव म्यूजिक के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं। ऐसा शायद पहली ही बार है कि कोई गायक, नए गायकों को लॉन्च करे। हमारा इरादा लोगों का ये भ्रम तोड़ना है कि संगीत शौक तक ठीक है...मगर इससे पेट नहीं भर सकता। माता-पिता को संगीत में बच्चे की रुचि जानते हुए भी उसे पहले पढ़ाई और नौकरी की तरफ मोड़ना चाहते हैं। वे डरते हैं कि संगीत के पीछे भागा तो बच्चा भूखों मर जाएगा। हम यही बताना चाहते हैं कि संगीत आपको इज्जत दिला सकता है, आपको रोटी दिला सकता है। कैलाश खेर एकेडमी ऑफ लर्निंग आर्ट के जरिये हम सबके लिए संगीत की शिक्षा सुलभ करेंगे। इसका ऑनलाइन वर्जनहै। यहां तो कोई व्यक्ति यदि एक गाना भी सीखना चाहे तो इसमें इनरोल कर सकेगा। वीडियो में देखिए पूरा इंटरव्यू  

/ Updated: Apr 13 2021, 04:01 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क।  बॉलीवुड के मशहूर सिंगर कैलाश खेर ने 14 साल की उम्र में संगीत के लिए घर छोड़ा बिना किसी औपचारिक गुरु के संगीत सिर्फ सुनकर सीखा। आज सफलता के मुकाम पर खड़े कैलाश खेर संगीत को कुछ नया देना चाहते हैं। ऐशियानेट हिन्दी के संवाददाता श्रीकांत सोनी से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि शायद पहली बार कोई गायक नए गायकों को लॉन्च कर रहा है। मैं जब मुंबई आया तो रहने को जगह और खाने को रोटी तक नहीं थी। खूब संर्घष किया जिगल्स गाए और शुरुआत हो गई।  जब आपका पेट भरा हो तो आपका फर्ज बनता है कि दूसरे का पेट भरें। हमने भी संगीत की दुनिया में कुछ ऐसी ही शुरुआत की है। मेरी कंपनी कैलासा इंटरटेनमेंट प्राइवेट लि. कैलासा रिकॉर्ड्स के जरिये हर साल मेरे जन्मदिन 7 जुलाई पर नए गायकों को लॉन्च करती है। हमने 2016 में इसकी शुरुआत की थी। इस प्लेटफॉर्म पर चार बैंड लॉन्च कर चुके हैं। हम इसके लिए नए गायकों को आइडेंटिफाई करते हैं, उन्हें लाइव म्यूजिक के लिए ट्रेनिंग भी देते हैं। ऐसा शायद पहली ही बार है कि कोई गायक, नए गायकों को लॉन्च करे। हमारा इरादा लोगों का ये भ्रम तोड़ना है कि संगीत शौक तक ठीक है...मगर इससे पेट नहीं भर सकता। माता-पिता को संगीत में बच्चे की रुचि जानते हुए भी उसे पहले पढ़ाई और नौकरी की तरफ मोड़ना चाहते हैं। वे डरते हैं कि संगीत के पीछे भागा तो बच्चा भूखों मर जाएगा। हम यही बताना चाहते हैं कि संगीत आपको इज्जत दिला सकता है, आपको रोटी दिला सकता है। कैलाश खेर एकेडमी ऑफ लर्निंग आर्ट के जरिये हम सबके लिए संगीत की शिक्षा सुलभ करेंगे। इसका ऑनलाइन वर्जनहै। यहां तो कोई व्यक्ति यदि एक गाना भी सीखना चाहे तो इसमें इनरोल कर सकेगा। वीडियो में देखिए पूरा इंटरव्यू