हर कोशिशें बेकार,26 साल के डॉक्टर की कोरोना से मौत, वायरल हो रहा ये वीडियो
सागर (Madhya Pradesh) । पहली नियुक्ति कोविड सेंटर में मिलने के बाद जी-जान से कोरोना से संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाले 26 वर्षीय डॉक्टर शुभम कुमार उपाध्याय की कोरोना से मौत हो गई। सीएम शिवराज सिंह ने भी शोक जताया है। बताते हैं कि डॉक्टर शुभम कुमार उपाध्याय के दोनों फेफड़े 90% से ज्यादा खराब हो चुके थे। उन्हें चेन्नई ले जाना था। लेकिन, चेन्नई में आए तूफान की वजह से उन्हें एयरलिफ्ट कर फौरन वहां ले जाना संभव नहीं हुआ। हालांकि उनके इलाज के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपए सहायता देने की घोषणा की थी। दूसरी ओर मृतक के साथी डॉक्टर उमेश पटेल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ दिनों पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने के बावजूद डॉ शुभम को महंगे इंजेक्शन, अपने खर्चे पर खरीदना पड़ा क्योंकि सरकार इसकी व्यवस्था नहीं करती, ऐसे में उनकी और उनके परिवार की जितनी भी जमा पूंजी थी सभी उन्होंने खर्च कर दी। उनके पिता ने भी कुछ दिनों पहले वीडियो जारी कर कहा था कि वो तृतीय श्रेणी के कर्मचारी हैं, इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते इसलिये अब सरकार उनकी मदद करे।
सागर (Madhya Pradesh) । पहली नियुक्ति कोविड सेंटर में मिलने के बाद जी-जान से कोरोना से संक्रमित मरीजों की सेवा करने वाले 26 वर्षीय डॉक्टर शुभम कुमार उपाध्याय की कोरोना से मौत हो गई। सीएम शिवराज सिंह ने भी शोक जताया है। बताते हैं कि डॉक्टर शुभम कुमार उपाध्याय के दोनों फेफड़े 90% से ज्यादा खराब हो चुके थे। उन्हें चेन्नई ले जाना था। लेकिन, चेन्नई में आए तूफान की वजह से उन्हें एयरलिफ्ट कर फौरन वहां ले जाना संभव नहीं हुआ। हालांकि उनके इलाज के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपए सहायता देने की घोषणा की थी। दूसरी ओर मृतक के साथी डॉक्टर उमेश पटेल का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें कुछ दिनों पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने के बावजूद डॉ शुभम को महंगे इंजेक्शन, अपने खर्चे पर खरीदना पड़ा क्योंकि सरकार इसकी व्यवस्था नहीं करती, ऐसे में उनकी और उनके परिवार की जितनी भी जमा पूंजी थी सभी उन्होंने खर्च कर दी। उनके पिता ने भी कुछ दिनों पहले वीडियो जारी कर कहा था कि वो तृतीय श्रेणी के कर्मचारी हैं, इलाज का खर्च वहन नहीं कर सकते इसलिये अब सरकार उनकी मदद करे।