संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- कोरोना महामारी नई, लेकिन डरने की जरूरत नहीं, जल्द होगा खत्म

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार शाम कोविड-19 महामारी मुद्दे पर ऑनलाइन बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम सभी को स्वदेशी का आचरण अपनाना होगा। स्वदेशी का उत्पादन गुणवत्ता में बिल्कुल 19 ना हो, कारीगर, उत्पादक सभी को यह सोचना होगा। समाज और देश को स्वदेशी को अपनाना होगा। भागवत ने कहा कि हमें कोरोना संकट को अवसर बनाकर नया भारत गढ़ना है। क्वालिटी वाले स्वदेशी उत्पाद बनाने पर जोर दें। हमें विदेशों पर निर्भरता को कम करना होगा। हम यहां की बनी वस्तुओं का उपयोग करेंगे। अगर उसके बगैर जीवन नहीं चलता है तो उसे अपनी शर्तों पर चलाएंगे। यह पहला मौका था जब भागवत ने किसी वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए संबोधन दिया।  
 

/ Updated: Apr 26 2020, 07:31 PM IST

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वीडियो डेस्क। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार शाम कोविड-19 महामारी मुद्दे पर ऑनलाइन बातचीत की। उन्होंने कहा कि हम सभी को स्वदेशी का आचरण अपनाना होगा। स्वदेशी का उत्पादन गुणवत्ता में बिल्कुल 19 ना हो, कारीगर, उत्पादक सभी को यह सोचना होगा। समाज और देश को स्वदेशी को अपनाना होगा। भागवत ने कहा कि हमें कोरोना संकट को अवसर बनाकर नया भारत गढ़ना है। क्वालिटी वाले स्वदेशी उत्पाद बनाने पर जोर दें। हमें विदेशों पर निर्भरता को कम करना होगा। हम यहां की बनी वस्तुओं का उपयोग करेंगे। अगर उसके बगैर जीवन नहीं चलता है तो उसे अपनी शर्तों पर चलाएंगे। यह पहला मौका था जब भागवत ने किसी वर्चुअल प्लेटफॉर्म के जरिए संबोधन दिया।  

समाज हमारा, इसलिए इसके लिए काम कर रहे-भागवत
उन्होंने कहा, केवल संघ के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि समाज के लिए भी कुछ बाते स्पष्ट हैं। अपने स्वार्थ की पूर्ति या अपना डंका बजाने के लिए हम काम नहीं कर रहे। बल्कि यह समाज हमारा है, इसलिए सेवा कर रहें हैं। उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं को सीख दी कि अहंकार को त्याग कर बिना श्रेय के काम करना है।

अपनत्व की भावना, हमारा भाव-भागवत
भागवत ने कार्यकर्ताओं से आगे कहा, ऊबना नहीं चाहिए, थकना चाहिए। जो-जो पीड़ित हैं, सबके लिए करना है। अपने यहां जिन दवाइयों के निर्यात पर थी, वो हटाके भी भारत ने दूसरे देशो की मदद की, क्योंकि यहीं हमारा विचार है। अपनत्व की भावना। अच्छाई का प्रचार-प्रसार भी हमे करते रहना है। ताकि दूसरे लोग भी प्रेरणा लें।