एक्सपर्ट ने बताया EU सांसदों के कश्मीर दौरे से भारत को कैसे मिलेगा फायदा

वीडियो डेस्क। यूरोपीय सांसदों का दल 2 दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर आया है। डेलिगेशन की ओर से कहा गया कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और कश्मीर के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में EU सांसदों ने कहा कि हमारे दौरे को राजनीतिक नज़र से देखा गया, जो बिल्कुल ठीक नहीं है। हम सिर्फ यहां पर हालात की जानकारी लेने आए थे। अनुच्छेद 370 को इन सांसदों ने भारत का आंतरिक मामला बताया साथ ही कहा कि भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करनी चाहिए। सांसदों की इस यात्रा से भारत को क्या फायदा होगा। बता रहें हैं विदेशी मामलों के जानकार अभिषेक खरे। 

/ Updated: Oct 30 2019, 04:42 PM IST

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वीडियो डेस्क। यूरोपीय सांसदों का दल 2 दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर आया है। डेलिगेशन की ओर से कहा गया कि भारत एक शांतिप्रिय देश है और कश्मीर के लोगों को काफी उम्मीदें हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में EU सांसदों ने कहा कि हमारे दौरे को राजनीतिक नज़र से देखा गया, जो बिल्कुल ठीक नहीं है। हम सिर्फ यहां पर हालात की जानकारी लेने आए थे। अनुच्छेद 370 को इन सांसदों ने भारत का आंतरिक मामला बताया साथ ही कहा कि भारत-पाकिस्तान को आपस में बात करनी चाहिए। सांसदों की इस यात्रा से भारत को क्या फायदा होगा। बता रहें हैं विदेशी मामलों के जानकार अभिषेक खरे। 

सांसदों ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ हैं
सांसदों ने आतंकवाद के मसले पर कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ हैं, आतंकवाद का मसला यूरोप के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या वह इस दौरे की रिपोर्ट यूरोपीय संसद में जमा करेंगे, तो उन्होंने कहा कि वह ऐसा नहीं करेंगे।

370 भारत का आंतरिक मसला
अनुच्छेद 370 के बारे में उन्होंने कहा कि ये भारत का आंतरिक मसला है, अगर भारत-पाकिस्तान को शांति स्थापित करनी है तो दोनों देशों को आपस में बात करनी होगी। अपने घाटी के दौरे के बारे में EU सांसदों ने कहा कि हमें वहां रहने का ज्यादा वक्त नहीं मिला, हम अधिक लोगों से नहीं मिला था। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि वहां ना जाने से बेहतर थोड़े समय के लिए जाना ही रहा।