बच्चों के खिलाफ लगातार बढ़ रही है यौन हिंसा, 20 सालों में 5 गुना हुए मामले

अलायंस ऑफ चाइल्ड राइट्स, जॉइनिंग फोर्सेस फॉर चिल्ड्रन - इंडिया द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो दशकों में बच्चों के साथ कथित बलात्कार की संख्या में पांच गुना वृद्धि हुई है।
 

/ Updated: Dec 04 2019, 07:42 PM IST

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अलायंस ऑफ चाइल्ड राइट्स, जॉइनिंग फोर्सेस फॉर चिल्ड्रन - इंडिया द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले दो दशकों में बच्चों के साथ कथित बलात्कार की संख्या में पांच गुना वृद्धि हुई है।

'चाइल्ड राइट्स इन इंडिया - एन अनफिनिश्ड एजेंडा' रिपोर्ट में कहा कहा गया है कि भारत ने बाल मृत्यु दर कम करने और बाल लिंगानुपात बढ़ाने में काफी प्रगति की है, लेकिन बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा के मामले में बढ़ोत्तरी चिंता की बात है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2001 में बाल लिंगानुपात 927 से 2011 में 919 हो गया।  ऐसा भारत के कई राज्यों में हुआ है। घटते लिंगानुपात और लड़कियों के साथ बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि से पता चलता है कि उनकी स्थिति अभी भी खराब है। सभी राज्यों में लड़कियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है और इससे उनका विकास प्रभावित हो रहा है, जबकि लड़कों के साथ ऐसी बात नहीं है।

रिपोर्ट से पता चलता है कि बाल मृत्यु दर को कम करने के लक्ष्य को पूरा करने में भारत ने अपेक्षित प्रगति की है। शिशु मृत्यु दर 1992-93 में 79 से घट कर 2015-16 में 41 हो गई है। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में नामांकन में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और साक्षरता दर में 7-14 वर्ष के बच्चों में 64 प्रतिशत से 88 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है।