रामलला की जीत-मुस्लिम पक्ष को भी जमीन...सोशल मीडिया बोला, देश एक और एक ही रहेगा...

फैसले से पहले सोशल मीडिया पर हिंदू-मुस्लिम भाईचारे और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। पीएम मोदी ने फैसले से एक दिन पहले शुक्रवार को ट्वीट कर लोगों से सौहार्द बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से किसी की हार जीत नहीं होगी।

/ Updated: Nov 09 2019, 12:27 PM IST
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नई दिल्ली. अयोध्या में राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को फैसला सुनाया। इस फैसले को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने एकमत से सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में विवादित जमीन पर रामलला का मालिकाना हक बताया। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को अयोध्या में मंदिर बनाने का अधिकार दिया है। 

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता में पांच जजों की बेंच ने इस मामले में 40 दिन में 172 घंटे तक की सुनवाई की। बेंच में जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस ए नजीर भी शामिल हैं। 

फैसले से पहले सोशल मीडिया पर हिंदू-मुस्लिम भाईचारे और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। पीएम मोदी ने फैसले से एक दिन पहले शुक्रवार को ट्वीट कर लोगों से सौहार्द बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से किसी की हार जीत नहीं होगी। 

अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा। देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे।