ससुर को मृत दिखा बहू ने हड़प ली करोड़ों की प्रापर्टी, घर से बेदखल कर लिखाया छेड़छाड़ का FIR
कानपुर में कागज फिल्म की कहानी की तरह एक दूसरा मामला सामने आया है। बेटे के निधन के बाद बहू ने ससुर को मृत घोषित करके करोड़ों की संपत्ति हड़प ली है। इतना ही नहीं कई मुकदमे भी गंभीर धाराओं में दर्ज करा दिए हैं। पीड़ित बुजुर्ग ने गुरुवार को न्याय के लिए धरने पर बैठ गए और शरीर पर लिखा कि मैं जिंदा हूं…।
कानपुर में कागज फिल्म की कहानी की तरह एक दूसरा मामला सामने आया है। बेटे के निधन के बाद बहू ने ससुर को मृत घोषित करके करोड़ों की संपत्ति हड़प ली है। इतना ही नहीं कई मुकदमे भी गंभीर धाराओं में दर्ज करा दिए हैं। पीड़ित बुजुर्ग ने गुरुवार को न्याय के लिए धरने पर बैठ गए और शरीर पर लिखा कि मैं जिंदा हूं…। पुलिस पुलिस महकमा हरकत में आया और आनन-फानन में उनके मुकदमे खत्म करने और मकान में हिस्सा दिलाने का आदेश जारी किया गया।
घर से बेदखल करने के साथ लिखवा दिए झूठे मुकदमे
रायपुरवा तेजाब मिल कैंपस के फ्लैट नंबर-57 में रहने वाले 67 साल के शिव कुमार शुक्ला शुक्रवार दोपहर को कानपुर कमिश्नर विजय सिंह मीणा के कार्यालय के बाहर अर्धनग्न हालत में धरने पर बैठ गए। शरीर पर लिखा मैं जिंदा हूं…। उन्होंने बताया कि उनके बेटे संदीप शुक्ला ने बहू अपर्णा से आजिज होकर 2019 में फांसी लगाकर जान दे दी थी। इसके बाद बहू ने उन्हें कागजों में मृत दिखाकर करीब डेढ़ करोड़ की कीमत की संपत्ति अपने नाम करा ली।उन्होंने विरोध किया तो छेड़खानी समेत कई मुकदमे दर्ज करवा दिए। इसके बाद मकान दबंग वकीलों को बेच दिया। जबकि मामला कोर्ट में लंबित है और वकील मकान खाली करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। धरने पर बैठते ही कानपुर पुलिस कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लिया और एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय को जांच दी।
जांच में आरोप सही पाए जाने पर उनके खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमों को खत्म करने का आदेश रायपुरवा थाने की पुलिस को दिया गया। इसके साथ ही मकान से उन्हें कोई बेदखल नहीं कर सकेगा यह भी आश्वासन दिया गया। तब जाकर बुजुर्ग शिव कुमार शुक्ला ने धरना समाप्त किया।
मुर्दे पर FIR कैसे हो सकती है साहब
धरने पर बैठे बुजुर्ग ने बताया कि उन्हें मृत दिखाकर बहू ने करोड़ों की संपत्ति हड़प ली। साठगांठ में शामिल वकील अब उन्हें धमका रहे हैं। फर्जी FIR दर्ज करा दी है। अगर मैं मर चुका हूं तो FIR कैसे दर्ज हुई। अगर मैं जिंदा हूं तो फिर संपत्ति बहू ने कैसे हड़पकर बेच डाली। पूरे मामले का संज्ञान लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी और फर्जी मुकदमों को खत्म करने का भरोसा दिलाया।
बुजुर्ग का दर्द देख ACP का दिल पसीजा
मामले की जांच कर रहे एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय बुजुर्ग को धरने से उठाकर अपनी गाड़ी से लेकर थाने पहुंचे। पूरे मामले को समझा। इसके बाद उन्होंने खुद अपने हाथ से बुजुर्ग के शरीर पर लिखा मैं जिंदा हूं… को साफ किया।
मुकदमा खत्म करने का भरोसा दिलाने के साथ ही अपनी गाड़ी से घर भी छोड़ने गए। इतना ही नहीं बुजुर्ग को आश्वासन दिया कि अगर अब कोई भी उनसे जबरन मकान खाली कराएगा तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके सख्त कार्रवाई की जाएगी।