कुशीनगर हादसा: पनिहवा घाट पर हुआ एक साथ 13 अर्थियों का अंतिम संस्कार, ढांढस बंधा रहे लोगों के भी छलके आंसू
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुधवार रात कुएं की स्लैब टूटने से 13 लोगों ने जान गवां दी। कुशीनगर के पनिहवा घाट में एक साथ 13 अर्थियों का अंतिम संस्कार हुआ। वहां पर ढांढस बंधा रहे लोगों के आंखों में भी आंसू छलके।
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश कुशीनगर में बुधवार रात कुएं की स्लैब टूटने से हुए हादसे (Kushinagar accident) में अपनी जान गंवाने वालीं महिलाओं और बच्चों का गुरुवार (17 फरवरी) को अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक साथ जब 13 अर्थियां गांव से निकलीं, तो पूरा गांव भावुक हो गया। रोते-बिलखते लोगों के मुंह से यही निकल रहा था कि हे भगवान तूने यह क्या कर दिया। महिलाओं और बच्चों के आंसू नहीं रुक रहे थे।
इस बीच गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। लोगों में प्रशासन को लेकर आक्रोश भी दिखाई दिया। जिस घर में ये हादसा हुआ, वहां लड़की की शादी की तैयारियां चल रही थीं। पूजन कार्यक्रम में महिलाएं कुएं के मुंडेर पर बने चबूतरे(स्लैब) पर बैठी थीं। कुछ नाच-गा रही थीं, तभी स्लैब टूट गई थी। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हुई है। करीब 30 लोग घायल हैं, जिनमें से कइयों की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसा रात करीब साढ़े 9 बजे कुशीनगर के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र में हुआ था।
गुरुवार की दोपहर कुशीनगर के पनिहवा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों लोग मौजूद थे। कहा जा रहा है कि करीब एक लाख लोग अंतिम संस्कार के समय मौजूद थे। गांववालों ने अपनी जिंदगी में ऐसा मंजर पहली बार देखा। अर्थियों की लाइन लगी हुई थी। क्या आदमी और क्या महिलाएं, सबकी आंखों से आंसू झर रहे थे। इस दौरान महिलाओं और बच्चों का बहुत बुरा हाल था।