RLD नेता ने उड़ाई आचार संहिता की धज्जियां, घोड़ा बग्गी पर बैठकर ढोल-नगाड़ों के साथ निकाली प्रचार यात्रा

वीडियो में जमकर आचार सहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रोक के बावजूद बैंड बाजो के साथ प्रचार हो रहा है। ना किसी समर्थक के चेहरे पर मास्क लगा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग है। ऐसे में सवाल है कि क्या बागपत प्रशासन चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन कराने में असफल हो रहा है। क्या पुलिस प्रशासन को इतनी भारी भरकम भीड़ के साथ जुलूस निकालने की भनक नही लगी या पुलिस प्रशासन नेताओ पर शिकंजा कस कोई कड़ी कार्रवाई करेगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा।

/ Updated: Jan 27 2022, 06:17 PM IST

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बागपत: सोशल मीडिया पर वायरल हुआ एक वीडियो इन दिनों सुर्खियां बटोर रहा है। एक मिनट के वायरल वीडियो में बैंड बाजो के साथ नेता जी घोड़ी बग्गी पर बैठ कर अपनी प्रचार यात्रा निकाल रहे है । आगे आगे बैंड बाजा बजाया जा रहा है और पीछे रालोद नेता की घोड़ा बग्गी और उनके सैकड़ों समर्थकों की भारी भरकम भीड़। रालोद नेताओ पर चुनाव आयोग के निर्देशों का कोई असर नही है इसीलिए कोरोना काल मे खुलेआम बिना मास्क, सोशल डिस्टनसिंग के प्रचार किया जा रहा है । खुलेआम चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है ।

दरअसल आपको बता दे कि ये वायरल वीडियो जनपद बागपत के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के हजुराबाद गढ़ी गॉव का बताया गया है। जिसमे बागपत जनपद की सबसे हॉट सीट कहि जाने वाली छपरौली विधानसभा सीट से रालोद के प्रोफेसर अजय कुमार प्रत्याशी बनाये गए है । वायरल वीडियो के आधार पर रालोद नेता प्रोफेसर अजय कुमार खूब ढोल नगाड़े बैंड बाजे बजवा रहे है। अपनी चुनाव यात्रा में घोड़ी बग्गी पर सवार होकर गॉव गॉव घूम रहे है और जनता से वोट देने की अपील कर रहे है। लेकिन इस वीडियो के आधार पर नेता जी ये भूल गए कि पांच राज्यो में होने वाले चुनावों में अब चुनाव आचार संहिता लागू है। चुनाव आयोग ने सभी रोड शो, रैलियों पर रोक लगा रखी है। बावजूद रालोद नेताओ की मनमानी रुकने का नाम नही ले रही है। लोगो को मा सरस्वती का ज्ञान देने वाले प्रोफेसर अजय कुमार खुद अज्ञानी बने हुए है। बागपत जनपद से आए इस वीडियो में जमकर आचार सहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रोक के बावजूद बैंड बाजो के साथ प्रचार हो रहा है। ना किसी समर्थक के चेहरे पर मास्क लगा है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग है। ऐसे में सवाल है कि क्या बागपत प्रशासन चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन कराने में असफल हो रहा है। क्या पुलिस प्रशासन को इतनी भारी भरकम भीड़ के साथ जुलूस निकालने की भनक नही लगी या पुलिस प्रशासन नेताओ पर शिकंजा कस कोई कड़ी कार्रवाई करेगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा।