बैगों में नशीली दवाएं भरकर बंगाल जा रहे थे तस्कर, सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस ने फेल किया पूरा प्लान
वाराणसी में तस्करी कर मालदा टाउन (पश्चिम बंगाल) जा रहे नशीली सिरप की खेप को ड्रग इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने कैंट स्टेशन पर जब्त कर लिया। कैरियर की भूमिका में मिले 16 तस्करों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। बरामद 3,355 फेंसिडिल सिरप बोतल की कीमत करीब पौने सात लाख रुपये आंकी गयी है।
वाराणसी: यूपी के वाराणसी में तस्करी कर मालदा टाउन (पश्चिम बंगाल) जा रहे नशीली सिरप की खेप को ड्रग इंस्पेक्टर और उनकी टीम ने कैंट स्टेशन पर जब्त कर लिया। कैरियर की भूमिका में मिले 16 तस्करों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। बरामद 3,355 फेंसिडिल सिरप बोतल की कीमत करीब पौने सात लाख रुपये आंकी गयी है। ड्रग इंस्पेक्टर अमित कुमार बंसल के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि कुछ युवकों का समूह अवैध रुप से फेंसिडिल कफ सिरप की बड़ी खेप पश्चिम बंगाल लेकर जा रहा है। ड्रग उन्होंने अपनी टीम के साथ तत्परता दिखाते हुए कैंट स्टेशन पर घेरे बंदी कर युवकों पर नजर रखी।
युवकों के एक समूह पर नजर पड़ी जिसे रोककर पूछताछ किया गया, युवकों ने बताया कि वह सभी हावड़ा जा रहें हैं। इस पर उनके बैग की तलाशी ली गयी। जिसमें कोडीन नामक तत्व से निर्मित फेंसिडिल कफ सिरप बरामद किया गया। सभी के पास से कुल 3,355 बोतल फेंसिडिल कफ सिरप बरामद किया गया। सभी सौ एमएल की बोतल है। कफ सिरप को वाराणसी से राजधानी ट्रेन से हावड़ा ले जाने की तैयारी थी। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि बरामद कफ सिरप की कीमत 6,88,815 रुपये है। बताया कि इस मामले में कुल 16 घंटे तक कार्रवाई की गयी। प्रकरण में स्वापक एवं मनप्रभावी पदार्थ अधिनियम 1985 की धारा 8/21 के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराते हुऐ 16 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गयी। प्रकरण में पांच नमूने औषधि एवं प्रशाधन सामग्री अधिनियम 1945 के प्राविधानों के अंतर्गत जांच एवं विश्लेषण हेतु एकत्र किए गये।
रेल टिकट के गोरखधंधे में लिप्त अवैध एजेंट को आरपीएफ ने कैंट स्टेशन स्थित मुख्य आरक्षण केंद्र से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में साबरमती एक्सप्रेस का कंफर्म तत्काल टिकट भी बरामद हुआ है। आरपीएफ ने रेलवे एक्ट की धाराओं में चालान कर रविवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। मिली जानकारी के अनुसार, तत्काल की अवधि में बरदह (आजमगढ़) निवासी अमित कुमार तिवारी नामक युवक मुख्य आरक्षण केंद्र के बाहर भटक रहा था। परिसर में गस्त के दौरान आरपीएफ के उपनिरीक्षक रमेश कुमार और कांस्टेबल संजय यादव ने मुखबिर की निशानदेही पर अमित को पकड़ लिया। पूछताछ के बाद जेब से एक तत्काल टिकट और एक तत्काल टिकट की छाया प्रति मिली। बरामद सामग्री को जब्त करके युवक का रेलवे एक्ट में चालान कर दिया गया।