ओवैसी पर फायरिंग करने वाले आरोपी बोले- 'राम मंदिर पर की थी टिप्पणी, इस लिए चलाई गोली'
असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली आने के बाद इस घटना को लेकर तमाम मीडिया चैनलों को अपना रिएक्शन दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि, इस हमले के पीछे कौन सी ताकतें हैं, उनका पता लगाना जरूरी है. उन्होंने इस हमले को हरिद्वार और बाकी जगहों पर हुई धर्म संसद से भी जोड़ा। जिनमें ओवैसी को लेकर काफी कुछ कहा गया था।
लखनऊ: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर फायरिंग मामले में अब यूपी पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ में जुटी है। अब यूपी पुलिस ने बताया है कि, आखिर क्यों इन दोनों युवकों ने ओवैसी की गाड़ी पर फायरिंग की थी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की तरफ से इसे लेकर एक बयान जारी किया गया है।
यूपी पुलिस ने दी ये जानकारी
यूपी पुलिस की तरफ से बताया गया है कि, अब तक की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि सांसद जी (ओवैसी) के धर्म विशेष के खिलाफ दिए गए बयान से वो नाराज थे। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि, कल करीब 5.20 पर जब सांसद जी मेरठ से अपनी सभा करके लौट रहे थे तब टोल के पास उनके काफिले पर हमले की जानकारी उनकी तरफ से दी गई, तुरंत कार्रवाई करके जो लोग वहां थे उन्हें गिरफ्तार किया गया। टोल पर लगे कैमरे के हिसाब से घटना में दो लोग शामिल थे। दोनों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
एडीजी ने बताया कि, घटना में इस्तेमाल दोनों हथियारों मिल गए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है, एक ऑल्टो कार भी बरामद की गई है। यूपी में किसी भी तरह की गड़बड़ी की इजाजत नहीं दी जाएगी। कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, उचित कार्रवाई होगी।
कैसे हुई थी पूरी घटना
बता दें कि 3 फरवरी गुरुवार शाम ओवैसी मेरठ और किठौर में रोड शो करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे, लेकिन जब उनकी कार टोल प्लाजा पर पहुंची तो वहां मौजूद दो युवकों ने उनकी कार पर फायरिंग शुरू कर दी। ओवैसी ने खुद पर हुए हमले की जानकारी ट्वीट करके दी थी। यहां कार के आगे खड़े एक आरोपी को ओवैसी की कार चलाने वाले ने टक्कर मार दी, जिससे वो वहीं गिर गया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. वहीं दूसरे आरोपी को लेकर बताया गया कि उसने गाजियाबाद के एक थाने में जाकर खुद ही सरेंडर कर दिया।
असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली आने के बाद इस घटना को लेकर तमाम मीडिया चैनलों को अपना रिएक्शन दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि, इस हमले के पीछे कौन सी ताकतें हैं, उनका पता लगाना जरूरी है. उन्होंने इस हमले को हरिद्वार और बाकी जगहों पर हुई धर्म संसद से भी जोड़ा। जिनमें ओवैसी को लेकर काफी कुछ कहा गया था।