मूर्तिकार विजय महज चंद सेकेंड में बना देते हैं भगवान गणेश का छायाचित्र, कई अहम रिकॉर्ड किए अपने नाम
वाराणसी में मूर्तिकार विजय महज कुछ ही पलों में भगवान गणेश के छायाचित्र को उकेर देते हैं। उन्होंने अपने नाम कई रिकॉर्ड भी कर रखे हैं। वह महज एक या दो मिनट में ही भगवान की आकृति को कैनवास पर भी उकेर देते हैं।
बनारस में कलाओं की कमी नहीं है बनारस के तमाम ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने तमाम रिकॉर्ड को अपने नाम दर्ज किया है। आज हम ऐसे कलाकार की बात करेंगे जो आंख बंद कर सिर्फ 10 सेकंड में भगवान गणेश की छायाचित्र बना देते हैं। मूर्तिकार विजय मन से श्री गणेश के मंत्र का उच्चारण करते हुए और आराध्य का ध्यान कर बमुश्किल से एक या दो मिनट में भगवान की आकृति कैनवास पर उकेर देते हैं। इस कला से यह अपना नाम लिम्का बुक में दर्ज करा चुके हैं. इनकी पेंटिंग की प्रदर्शनी देश के कई हिस्सों में लग चुकी है। गणेश महोत्सव के पहले दिन बन्द आंखों 108 पेंटिंग बनाकर भगवान गणेश का पूजन प्रारंभ करते हैं।
विजय मूर्तिकार ने बताया काशी के विभिन्न प्रसिद्ध मंदिरों में जाकर पेंटिंग बनाते हैं। काशी में विराजमान 56 विनायक में भी पेंटिंग बनाया है। विजय पिछले 35 वर्षों से लगातार पेंटिंग बना रहे हैं. हमारे घर में मूर्ति बनाने का कार्य कई पीढ़ियों से किया जा रहा है। वह कहते हैं कि पिछले 10 सालों से बंद आंखों से बप्पा की पेंटिंग बनाता हूं, मेरी आंख खुली हो या बंद हो गणेश जी मेरे हृदय में है। बंद आंखों से लाखों से ज्यादा हम भगवान गणेश की पेंटिंग कैनवास पर बना चुके हैं। जब तक बप्पा की इच्छा होगी तब तक पेंटिंग बनाते रहेंगे।
विजय मूर्तिकार ने बताया यह हमारी साधना है, जब हम प्रभु की कलाअंजलि करते हुए प्रभु को हम जपते हैं तो जैसे लोग माला जपते हैं वैसे ही मैं प्रभु की 108 पेंटिंग बंद आंखों से बना कर उनका स्मरण करता हूं. इसे लेकर मुझे काफी अवार्ड मिले हैं। उन्होंने बताया कि मुझे काशी रत्न मिला है। साथ ही 56 घंटे तक लगातार पेंटिंग बनाने के लिए मेरा नाम लिम्का बुक में भी दर्ज हैं।