479 साल से लगातार आयोजित हो रहा विश्व प्रसिद्ध लक्खा मेला, रावण वध के बाद भरत मिलाप पर उमड़ा आस्था का सैलाब
नाटी इमली में भरत मिलाप पर आयोजित लक्खा मेला में भक्तों की हुजूम उमड़ा। इस दौरान भारी भीड़ वहां पर देखने को मिली। चारों भाइयों का मिलन देख लोगों की आंखे भर आईं।
479 वर्षों की परंपरा का निर्वहन करते हुए काशी के नाटी इमली में भरत मिलाप का लक्खा मेला आयोजित हुआ। इस आयोजन में भारी संख्या में भक्तों का हुजूम उमड़ा। श्रद्धालुओं की बेशुमार भीड़ के बीच राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के मिलन की लीला संपन्न हुई। बारिश के बीच चारों भाइयों का मिलन देख कर श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम और हर-हर महादेव का उद्घोष किया।
इससे पहले मानस मंडली द्वारा भरत मिलाप की चौपाई 'परे भूमि नहिं उठत उठाए, बर करि कृपासिंधु उर लाए' का गान शुरू होने से पहले ही भगवान श्रीराम और लक्ष्मण पुष्पक विमान से उतर कर जमीन पर दंडवत पड़े भरत और शत्रुघ्न की ओर दौड़ पड़े। इस परंपरा के साक्षी बने नेमियों की आंखें चारों भाईयों के मिलन को देखकर सजल हो गई थीं। इस आयोजन के दौरान नाटी इमली का मैदान अयोध्या में तब्दील हो गया। लीला के लिए छत, गड़ी सड़क हर जगह भक्तों की भीड़ देखी गई। भक्त अलौकिक छटा को नयनों में बसाने के लिए आतुर नजर आए।