सार

आज सऊदी सहित कई अरब देशों में ईद मनाई जा रही है। हालांकि, भारत -पाकिस्तान सहित दुनिया के कई देशों में आज ईद के चांद का दीदार होगा।

नई दिल्ली: सऊदी अरब (Saudi Arab) में शुक्रवार को ईद मनाई जा रही है। वहीं, भारत-पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों में आज चांद की दीदार होंगे। ऐसे में ये सवाल जरूर मन में आता है कि दुनिया के सभी मुसलमान एक ही दिन ईद क्यों नहीं मनाते हैं। वैसे आमतौर पर सऊदी और अन्य अरब देशों में हर साल ही दुनिया के कई देशों से पहले ईद मनाई जाती है, लेकिन ऐसा क्यों होता है? इसके बारे में बेहद कम लोग ही जानतें होंगे। क्योंकि सऊदी अरब में ईद का शुक्रवार को ईद मनाई जा रही है, तो कल भारत सहित दुनिया के देश ईद का जश्न मनाएंगे।

गौरतलब है कि चांद दिखने के आधार पर ईद की तारीख अलग-अलग होती है। इसके अलावा चंद्र महीने या तो 29 या 30 दिन लंबे होते हैं, इसलिए मुसलमानों को आमतौर पर ईद की तारीख की पुष्टि करने के लिए रात से पहले तक इंतजार करना पड़ता है।

भौगोलिक कारणों से सऊदी में पहले दिखता है चांद

भौगोलिक कारणों की वजह से कुछ देशों अरब देशों में चांद दिखाई देने के एक दिन बाद चांद दिखता है। ऐसे में अरब देशों में चांद भारत से पहले दिख जाता है। इसके अलावा दुनिया भर के मुसलमान हिजरी कैलेंडर (Hijri Calendar)को फॉलो करते हैं। जानकारी के मुताबिक हिजरी वर्ष का चांद आंखों से दिखने शुरू हो जाता है। इसलिए कई इस्लामिक धर्मगुरु आज भी अपने-अपने देशों में आंखों से चांद को देखने पर एतबार करते हैं।

इस्लामी कैलेंडर में होते 354 दिन

इस्लाम के त्यौहार और रीति रिवाज चंद्रमा पर आधारित हिजरी कैलेंडर के अनुसार मनाए जाते हैं। इस कैलेंडर में भी साल में 12 महीने होते हैं और रमजान नौवां महीना होता है। इस्लामी कैलेंडर में एक साल में केवल 354 दिन होते हैं। ऐसे में इस्लामी त्यौहार रोमन कैलेंडर की तुलना में हर साल 11 दिन पहले ही आ जाते हैं.

एक ही दिन ईद मनाने के लिए जुटे थे इस्लामिक स्कॉलर

बता दें कि सभी देशों में ईद एक ही दिन मनाई जाए। इसके लिए मई 2016 में तुर्की की पहल पर इस्तांबुल में एक अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई थी। जिसमें तुर्की, कतर, जॉर्डन, सऊदी अरब, मलेशिया, यूएई, मोरक्को समेत 50 देश के इस्लामिक स्कॉलर शामिल हुए थे। इस कॉन्फ्रेंस को इंटरनेशनल हिजरी कैलेंडर यूनियन (International Hijri Calendar Union) कांग्रेस के नाम से जाना जाता है।

हिजरी कैलेंडर को लेकर मतभेद दूर करने की कोशिश

कॉन्फ्रेंस में हिजरी कैलेंडर को लेकर दुनियाभर के मुसलमानों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए चर्चा की गई थी। इसमें शामिल हुए ज़्यादातर लोगों का कहना था कि दुनिया के सभी मुसलमानों को एक कैलेंडर में शामिल किया जाना चाहिए और अगर ऐसा होता है तो पूरी मुस्लिम दुनिया में एक ही दिन ईद और रोजे की शुरुआत की जा सकेगी।

किन देशों में किस दिन ईद?

दूसरे देशों की बात करें तो फिलिपींस, अफगानिस्तान और शिया मुस्लिम देश ईरान और इराक में भी ईद शनिवार को मनाई जाएगी। जापान और थाईलैंड में भी भारत की तरह ईद शनिवार को मनाई जाएगी। वहीं सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया में ईद अल-फितर का त्योहार शुक्रवार को मनाया जा रहा है। न्यूजीलैंड में गुरुवार को चांद का दीदार किया गया इसलिए देश शुक्रवार को ईद मना रहा है।

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