Sharadiya Navratri 2022: वैसे तो साल में 4 बार नवरात्रि पर्व आता है, लेकिन इन सभी में शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है। इस दौरान देवी को प्रसन्न करने के लिए ज्योतिष व तंत्र उपाय भी किए जाते हैं, जिससे मनोकामना पूरी होती है।
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi 2022) कहते हैं। साल में आने वाले 24 एकादशियों में इसका विशेष महत्व है क्योंकि मान्यताओं के अनुसार, इस दिन से अगले 4 महीनों तक भगवान विष्णु पाताल में विश्राम करते हैं। इस दौरान सृष्टि का संचालन महादेव के हाथों में होता है।
Amla Navami 2022 Upay: आंवला नवमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 2 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। कई धर्म ग्रंथों में इस पर्व का महत्व बताया गया है।
आज (30 मई, सोमवार) ज्येष्ठ मास की अमावस्या है। इस दिन शनि जयंती (Shani Jayanti 2022 Upay) का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान शनिदेव का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन प्रमुख शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
Chhath Puja Upay: ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं, इनमें से दो ग्रह हमें प्रत्यक्ष दिखाई देते हैं- सूर्य और चंद्रमा। सूर्य को सौर मंडल का राजा भी कहा जाता है। इस ग्रह का जितना महत्व ज्योतिष में है, उतना ही धर्म में भी है।
Kaal Bhairav Ashtami 2022 Upay: इस बार 16 नवंबर, बुधवार को कालभैरव अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रमुख भैरव मंदिरों में साज-सज्जा की जाएगी और भोग-प्रसाद चढ़ाया जाएगा। इस दिन भगवान कालभैरव को प्रसन्न करने के लिए विशेष उपाय भी किए जाते हैं।
Aghan Month Upay: हिंदू पंचांग के नौवें महीने की शुरूआत 9 नवंबर, बुधवार से हो चुकी है। से महीना 8 दिसंबर तक रहेगा। अगहन मास का महत्व कई धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस महीने का एक नाम मार्गशीर्ष भी है।
इस बार 14 जून, मंगलवार को ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि है। इस वट सावित्री पूर्णिमा का व्रत किया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये व्रत घर-परिवार की सुख-समृद्धि और अखंड सौभाग्य के लिए किया जाता है।
Kharmas Upay: हिंदू धर्म में खर मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस बार खर मास 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2023 तक रहेगा। इसे मल मास, क्षौर मास आदि नामों से भी जाना जाता है।
Vaikuntha Chaturdashi Upay: भगवान शिव और विष्णु हिंदू धर्म के प्रमुख देवता हैं। शिव को विनाशक कहा जाता है और विष्णु को पालनकर्ता। इन दोनों देवताओं की पूजा विशेष पर्वों पर की जाती है। वैकुंठ चतुर्दशी पर इन दोनों देवताओं की पूजा संयुक्त रूप से जाती है।