सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इसमें एक पुलिस अधिकारी फोन पर यह कहते दिख रहा है कि इन लोगों ने मुझे पत्थर मारा है सर। बम भी लेकर आए थे सर। ये भाजपा वाले और विधायक भी हैं।
कानपुर पुलिस ने एक अनोखी मिसाल कायम की है। पुलिस ने 150 बच्चों के साथ खून का रिश्ता बनाया है। यह रिश्ता कई सालों से बना हुआ है। पुलिस यहां थैलीसीमिया से पीड़ित बच्चों को रक्त मुहैया करवा रही है।
कानपुर हिंसा में शामिल उपद्रवियों की लिस्ट पुलिस की ओर से तैयार की जा रही है। इन उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन सख्त एक्शन लेने के साथ ही उन्हें सरकारी सुविधाओं से भी वंचित करेगा।
कानपुर के बिकरू कांड में अपराधियों से मिलीभगत में दोषी पाए गए पुलिस अधिकारी आरके चतुर्वेदी को अयोध्या के सीओ पद पर तैनाती मिली है। जांच में दोषी पाए जाने के बावजूद आयोग ने आरके चतुर्वेदी को किसी अहम पर पर तैनात न करने का आदेश दिया था।
कानपुर पुलिस की ओर से प्रेमिका से हुई पूछताछ में कुछ ऐसा निकलकर सामने आया, जिसे सुनकर एक समय के लिए हर कोई हैरान रह गया। पुलिस टीम से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान मृतक की नाबालिग प्रेमिका ने पुलिस से सच छिपाकर एक फिल्मी कहानी सुना डाली।
कानपुर हिंसा मामले में पुलिस की ओर से जांच लगातार जारी है। इसी बीच कई बिल्डर्स का नाम भी जांच में सामने आया है। इन पर क्राउड फंडिंग का आरोप लगा है। मामले को लेकर पुलिस ने एक एफआईआर भी दर्ज की है।
शुक्रवार को कोर्ट ने 48 घंटे यानी 2 दिन की रिमांड मंजूर की है। रिमांड के दौरान कानपुर पुलिस हिंसा में पीएफआई के कनेक्शन, जफर और उसके संगठन को मिल रही फंडिंग को लेकर पूछताछ करेगी। बता दें कि मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी को पुलिस ने लखनऊ के हजरतगंज से गिरफ्तार किया था।
कानपुर में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा की घटना के बाद पुलिस एलर्ट मोड पर है। पुलिस ने इस बीच जुमे के दिन कानपुर पहुंचे मुस्लिम लीग के सांसद को भी वहां से वापस लौटा दिया है। पुलिस लगातार वहां धर्मगुरुओं से भी शांति को लेकर अपील कर रही है।
शहर में बीते शुक्रवार को भड़की हिंसा के बाद से आज प्रशासन की हाई अलर्ट पर है। कानपुर समेत राज्य के अन्य शहरों में भी हाई अलर्ट है। चप्पे-चप्पे की निगरानी हो रही है। पूरा शहर छावनी में तब्दील हो गया है। कानपुर में हिंसा के बाद पुलिस आज करीब 150 गलियों पर पैनी नजर बनाए रखेगी।
सीएए हिंसा में हयात जफर हाशमी को नरमी बरतकर क्लीनचिट क्यों दी गई इसको लेकर जांच जारी है। उन पुलिसकर्मियों की भी जांच हो रही है जो हयात को क्लीनिट देने में शामिल थे।