विश्व रग्बी ने अपने बयान में कहा, ‘‘कई देशों में यात्रा और पृथकवास संबंधित पांबंदियों को बढ़ाने से खिलाड़ियों को तैयारियों के लिये उचित समय नहीं मिल पा रहा है ऐसे में इन मैचों का जुलाई में आयोजित कर पाना मुश्किल है
विश्व स्वास्थ्य संगठन के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के निदेशक डॉ. माइकल रयान ने कहा कि जैसे एचआईवी खत्म नहीं हो सका, वैसे ही कोरोना वायरस भी हमारे बीच बना रह सकता है। उन्होंने कहा कि कागरगर वैक्सीन खोजने के बाद जब तक यह हर आदमी तक नहीं पहुंच पाएगा तब तक कोरोना का संकट जारी रहेगा।
गोरखपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने दोस्ती के रिश्ते की मिसाल कायम कर दी है। परदेश में दोस्त की तबियत खराब होने के बाद जब उसके कई सगे संबंधी साथ छोड़कर भाग खड़े हुए और अस्पताल तक पहुंचाने से इंकार कर दिया तब एक दोस्त सामने आया और न सिर्फ उसका इलाज करवाया बल्कि उसे लेकर उसके गांव तक भी आया
बोर्ड ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि सदस्यों, संम्बंधित सरकारों और अन्य ऑथोरिटीज से बात करने के बाद इस निर्णय को लिया गया है। बतादें कि महिला वर्ल्ड कप अगले साल न्यूजीलैंड में 6 फरवरी से 7 मार्च के बीच होना है।
कोरोना महामारी से उद्योग जगत का हाल बुरा है। ज्यादातर कंपनियों को भारी घाटे का सामना करना पड़ रहा है। देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा की कई कंपनियां भी घाटे में हैं, लेकिन उन्होंने कहा है कि इस संकट के बीच भी भविष्य के लिए उम्मीद कम नहीं है।
ECB ने गुरूवार को बयान जारी करते हुए कहा कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट ने आज इस बात पर सहमत हुई है कि द हंड्रेड को 2021 में लॉन्च किया जाएगा। क्योंकि कोरोना महामारी के कारण इस साल प्रतियोगिता को करवाना मुमकिन नहीं है।
अगर हम सेक्टर वाइज इस तेजी को देखे तो गुरूवार को हेल्थ सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स यानि ऑटो, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, मेटल, ऑयल एंड गैस, पीएसयू, टेक में तेजी देखने को मिली।
RIL के अलग-अलग डिवीजनों में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में 10-50 प्रतिशत तक की कटौती की जाएगी। खुद मुकेश अंबानी की सैलरी में भी कटौती होगी।
कोरोना संकट के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी अलग-अलग फील्ड के देश-विदेश के एक्सपर्ट से चर्चा करेंगे। जिसकी शुरूआत में उन्होंने रघुराम राजन से बात की। इस दौरान राहुल ने पूछा गरीबों की मदद में कितना खर्च आएगा? जिस पर राजन ने जवाब दिया कि 65 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।
आयोजन समिति के अध्यक्ष ने कहा है कि अगर अगले साल तक भी कोरोना पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जाता तो खेलों को रद्द कर दिया जाएगा।