युवक की मौत हुई तो परिजन उतावले हो गए। वह जल्दी शव की मांग करने लगे। इससे मेडिकल कॉलेज प्रशासन का संदेह गहरा गया। जब सख्ती से पूछताछ हुई, तब परिजनों ने बताया कि युवक की तबीयत दस दिन से खराब थी। इसकी सूचना आईसीएआर के निदेशक को दी गई। इसके बाद जाकर मृत युवक का सैंपल लिया जा सका।