मालेगांव धमाके (Maleganv Blast) में 9 साल तक जेल में रहीं प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) अक्सर विवादों में रहती हैं। कांग्रेस (Congress)और आलोचक (Critics) अक्सर यह सवाल उठाते हैं कि कोर्ट (Court) में पेशी के दौरान ही प्रज्ञा की तबीयत क्यों खराब हो जाती है, जबकि बाकी समय वे फुटबॉल, कबड्डी भी खेल लेती हैं।