किसी-न-किसी वजह से दुनियाभर में काफी लोग मानसिक तनाव का सामना कर रहे हैं। तनाव की वजह से दैनिक कामों में भी मन नहीं लग पाता है। मन शांत करने और एकाग्रता बढ़ाने के लिए रोज सुबह कुछ देर ध्यान करना चाहिए। ध्यान करने से नकारात्मक विचार खत्म होते हैं, सकारात्मकता और पवित्रता बढ़ती है। नियमित रूप से ध्यान करते रहने से स्वास्थ्य को कई अन्य लाभ भी मिलते हैं।
सुशांत सिंह राजपूत केस में बड़ा खुलासा हुआ है। सुशांत डिप्रेशन में थे तब डॉक्टर केरसी चावड़ा उनका इलाज कर रहे थे। अब डॉक्टर ने खुलासा किया कि सुशांत ने जून 2020 में अपनी दवाएं लेना बंद कर दिया था, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई पुलिस में भी उन्होंने यह बयान दिया था।
कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में डिप्रेशन की समस्या काफी बढ़ती जा रही है। हर उम्र के लोग तनाव, चिंता और अवसाद की समस्या से जूझ रहे हैं। जब यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है, तो लोग सुसाइड जैसा कदम भी उठा लेते हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत की वजह रहस्य बनी हुई है। इस बात का अभी पूरी तरह से खुलासा नहीं हो पाया है कि वो डिप्रैशन में थे या फिर उनकी किसी ने हत्या की है। ऐसे में अब हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स ने खुलासा किया है कि राइटिंग को देखकर लगता नहीं है कि वो डिप्रैशन में थे।
मराठी फिल्म एक्टर आशुतोष भाकरे ने मुंबई में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ शहर में रहते थे। वह 32 साल के थे। भाकरे मराठी एक्ट्रेस मयूरी देशमुख के पति हैं। भाकरे ने 'भाकर' और 'इचार ठरला पक्का' जैसी फिल्मों में काम किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहे थे। मामले की जांच की जा रही है। आशुतोष के इस कदम से पूरे परिवार शोक में है। हालांकि, अभी तक ये बात साफ नहीं हुई है कि उन्होंने आखिर किन कारणों से ये कदम उठाया।
कोरोनावायरस महामारी के इस दौर में काफी लोग मानसिक समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। मानसिक समस्याओं में डिप्रेशन सबसे कॉमन है।
कोरोनावायरस महामारी का दौर लंबा चल रहा है। इस महामारी में लॉकडाउन की वजह से काफी लोगों की नौकरियां चली गईं। बहुत से लोगों के काम-धंधे भी बंद हो गए। इस वजह से लोग तनाव, चिंता और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं। बहुत से लोगों ने तो आत्महत्या जैसा कदम तक उठा लिया।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान एक बात यह देखने में आ रही है कि लोग मानसिक समस्याओं, खासकर डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं।
कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही चला जा रहा है। इस महामारी की वजह से लोगों में चिंता, तनाव और डिप्रेशन की समस्या पैदा हुई है। छोटे-छोटे बच्चे तक इस समस्या के शिकार हो रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के लिए नेपोटिज्म और गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं, लोग खुलकर अपनी बात भी कह रहे हैं। अब बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट रहे क्रिकेटर और एक्टर श्रीसंथ सामने आए हैं। उन्होंने बेहद मायूसी के साथ खुद के डिप्रेशन की बात बताई। श्रीसंथ ने अपने बुरे दिनों के बारे में बात की है जब उनको भी डिप्रेशन से लड़ाई करनी पड़ी थी। एक इंटरव्यू में श्रीसंथ ने बताया - डिप्रेशन के कारण मुझे अंधेर से डर लगने लगा था। मैंने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था। मुझे इस बात का डर सताता था कि कोई मुझे किडनैप कर लेगा। मैं हर समय डिप्रेशन में रहता था। इस डिप्रेशन को छुपाने के लिए मैंने अपने कमरे से बाहर नहीं आना चाहता था।