एक वक्त था जब ISIS-K ने तालिबान पर आरोप लगाया था कि वह अफगानिस्तान में पाकिस्तान का एजेंडा चलाने वाला एक कठपुतली है।
बेहस्ता अरघंद ने चार साल तक काबुल यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता की पढ़ाई की। उन्होंने कई समाचार एजेंसियों और रेडियो स्टेशनों में काम किया। फिर इस साल की शुरुआत में TOLONews ज्वॉइन कर लिया। उन्होंने बताया, मैंने वहां एक महीने और 20 दिनों तक काम किया।
डॉ सुरेंद्र जैन ने कहा कि हम भारत को चादर और फादर से मुक्त करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां हिंसा, घृणा, वासना तथा महिला अत्याचार के लिए जिहादी बर्चस्व बढ़ाने में लगा हुआ।
तालिबान ने दावा किया था कि उनके लड़ाके पंजशीर में घुस गए हैं। लेकिन पंजशीर के शेरों ने इसका खंडन किया है। उन्होंने कहा कि तालिबान झूठ बोल रहा है।
यूएनएससी में इस महीने का अध्यक्ष भारत है। इस बयान पर भारत के भी हस्ताक्षर हैं। यूएनएससी की ओर से जारी लेटेस्ट बयान में भारत ने 26 अगस्त को काबुल एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले की निंदा की है।
जैश-ए-मोहम्मद भारत में आतंकी गतिविधियों को तेज करना चाहता है। वह चाहता है कि कश्मीर घाटी में एक बार उनका पूर्ण नियंत्रण हो जाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस समय प्राथमिक चिंता लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा थी। उन्होंने कहा कि काबुल में सरकार बनाने वाली किसी भी इकाई के संबंध में कोई स्पष्टता नहीं है, उन्होंने कहा कि मान्यता के संबंध में बंदूक कूदने की कोई जरूरत नहीं है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए 2 फिदायीन हमले के बाद अमेरिका ने ISIS-K के खिलाफ युद्ध छेड़ने के संकेत दिए हैं। हालांकि उन्होंने तालिबान की मिलीभगत से इनकार किया है।
बगराम एयरफील्ड अफगानिस्तान में अमेरिकी ऑपरेशन्स का सेंटर था। 9/11 के बाद अल कायदा के आतंकवादियों से पूछताछ के लिए इस्तेमाल किया गया था।
अमेरिकी खुफिया अधिकारियों को डर है कि कब्जे के बाद तालिबान के पास 150 हेलीकॉप्टर और विमान हैं, जिनमें 45 यूएच-60 ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं।