मालेकी ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति समिति के भी सदस्य हैं।
बीते छह सितंबर को तालिबान ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया था। इसके बाद तालिबान ने अफगानिस्ताान में नई सरकार का ऐलान किया था।
संयुक्त राष्ट्र की राजदूत देबोराह लेयॉन्स बताया कि तालिबानियों का व्यवहार बेहद खौफनाक है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को धमकाया-डराया जा रहा है, उनका उत्पीड़न तालिबान कर रहे हैं।
अपने controversial statements से हमेशा मीडिया की चर्चाओं में रहने वाले मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने RSS और तालिबान की तुलना करके एक विवादास्पद tweet किया है।
दुनिया का सबसे ताकतवर देश अमेरिका करीब दो दशक पहले 2001 को मिले जख्म को अभी तक भुला नहीं पाया है। 9/11 को अलकायदा के आतंकियों ने प्लेन हाईजैक करके वर्ल्ड ट्रेड सेंडर के ट्विन टावर और पेंटागन मुख्यालय को टारगेट कर दिया था। इन हमलों में 3 हजार से अधिक लोग मारे गए थे।
पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। तालिबान लोगों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं। प्रदर्शन करने पर महिलाओं को बुरी तरह से मारा पीटा जा रहा है लेकिन विरोध करने वाले अपना रास्ता नहीं बदल रहे हैं।
बीते 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल में कब्जा के साथ ही पूरे अफगानिस्तान पर नियंत्रण कर लिया था। तालिबान सरकार के गठन की ओर है। नई कैबिनेट का भी ऐलान कर दिया गया है।
तालिबान के सरगना मुल्ला हेबतुल्लाह अखुंदजादा ने हसन के लिए यह निर्णय लिया है। मुल्ला हसन के लिए दो डिप्टी बनाया जा सकता है।
रविवार को तालिबान ने कहा था कि आईएसआई के चीफ दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के लिए बातचीत के मकसद से आए थे।
तालिबानी प्रवक्ता ने चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर में अफगानिस्तान के शामिल होने और हर प्रकार के सहयोग का वादा करते हुए कहा कि एशिया के विकास के लिए यह परियोजना महत्वपूर्ण है। जबीहुल्ला मुजाहिद ने घोषणा की कि अफगानिस्तान परियोजना के अपने हिस्से को लागू करने के लिए दृढ़ है।