Afghanistan में Taliban के शासन के साथ ही महिलाओं की 'आजादी' खतरे में पड़ गई है। तालिबान लड़ाकों की ये हंसी महिलाओं को लेकर उनकी सोच को दिखाती है।
तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद मंगलवार को दुनिया के सामने आया। उसने कहा- हमें अफगानिस्तान को आजाद कराने का गर्व है।
तालिबान (Taliban) ने पूरे अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा जमा लिया है। वहां की जनता तालिबानी शासन के डर से देश छोड़कर भाग रही है। इन सबके बीच जावेद अख्तर (Javed Akhtar) और उनकी पत्नी शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी है।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद Taliban आज राष्ट्रपति के नाम का ऐलान कर सकता है। वहां अभी भी भगदड़ के हालात हैं। लोग देश छोड़कर जाना चाहते हैं। अमेरिका अपने लोगों की सुरक्षा के लिए 1000 जवान और भेज रहा है।
टोलोन्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान का शीर्ष नेतृत्व दोहा में चर्चा में व्यस्त है और वे अफगानिस्तान के भीतर अंतरराष्ट्रीय समुदाय और राजनीतिक दलों के संपर्क में हैं।
वीडियो में दिख रहा है कि कुछ तालिबानी लड़ाके उन कुर्सियों पर बैठे हैं जहां दो हफ्ते पहले तक अफगान नेता बैठे थे।
अफगान ऑपरेशन के दौरान मारे गए ब्रिटिश सैनिकों के परिवारों ने भी तालिबान के कब्जे के बाद रोष और दुख जाहिर किया। सारा एडम्स भी इन्हीं परिवारों में से एक हैं, जिनके बेटे की 21 साल की उम्र में अफगानिस्तान में मौत हो गई।
Afghanistan पर तालिबान के कब्जे के बाद आज भारतीय समयानुसार शाम को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद( UNSC) की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। इसकी अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे।
Afghanistan में तालिबान के कब्जे के बाद दुनियाभर में राजनीति हलचलें बढ़ी हैं। हालांकि भारत के मामले में Taliban ने स्पष्ट किया है कि वो भारत से अच्छे रिश्ते चाहेगा। इस बीच अमेरिका ने अफगानिस्तान के एयर ट्रैफिक को अपने कंट्रोल में लेने की बात की है।
पाकिस्तान में 12 जुलाई, 1997 का जन्मीं मलाला दुनियाभर में लड़कियों के साहस की एक मिसाल हैं। उन्हें यह पुरस्कार 17 साल की उम्र में भारत के बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के साथ सामूहिक तौर पर मिला था।