Chhath Arghya Timing 2023 Bihar: वैसे तो छठ पूजा का पर्व पूरे देश में बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, लेकिन बिहार में इसकी रौनक देखते ही बनती है। बिहार के लगभग हर घर में छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा इस समय की जाती है
Chhath Puja Katha: छठ महापर्व उत्तर भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। ये त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। इस दौरान सूर्यदेव और छठी मैया की पूजा का विधान है। ये पर्व सबसे पहले किसने मनाया था, इससे जुड़ीं कईं कथाएं धर्म ग्रंथों में मिलती है।
Aaj Ka Panchang: 19 नवंबर, रविवार को श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा इस दिन वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 04:16 से 05:37 तक रहेगा।
Chhath Puja 2023 Samagri List: छठ पूजा उत्तर भारत का सबसे प्रमुख त्योहार है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में इसकी रौनक देखते ही बनती है। इस पूजा में सूर्यदेव को कईं सारी चीजें चढ़ाई जाती हैं।
Chhath Puja 2023 Kab Hai: छठ पूजा के दौरान सूर्यदेव के साथ-साथ एक अन्य देवी की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है। इनका नाम छठी मैया है। इन देवी से जुड़ी एक कथा भी धर्म ग्रंथों में बताई गई है।
Nahay Khay 2023 Date: हिंदू धर्म में सूर्यदेव से संबंधित अनेक व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। इन सभी छठ पर्व सबसे प्रमुख है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन इसकी रौनक बिहार और उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से देखनो को मिलती है।
छठ पूजा के मौके पर बिहार जाने वाली यात्रियों के लिए खुशखबरी है। दरअसल, रेलवे ने बिहार की ट्रेनों में भारी भीड़ को देखते हुए छठ पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। इनमें से कई गाड़ियां नई दिल्ली से चलेंगी।
Vinayaka Chaturthi November 2023 Date: हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है, इसे विनायकी चतुर्थी या वरद चतुर्थी कहते हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
छठ पूजा की शुरुआत 17 नवंबर 2023, शुक्रवार से हो रही है, जो कि 20 नवंबर तक चलेगी। ऐसे में इस दौरान चार दिनों तक आपको किन चीजों की आवश्यकता पूजा के लिए होगी आइए आपको लिस्ट बताएं...
Chitragupt Puja 2023: दिवाली के बाद भाई दूज पर भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। वैसे तो ये पर्व पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन कायस्थ समाज के लोग इस पर्व को विशेष रूप से मनाते हैं।