इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2021) 22 अगस्त, रविवार को मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार रक्षाबंधन पर भद्रा काल का विचार किया जाता है। हालांकि इस दिन भद्राकाल नहीं है।
हिंदू कैलेंडर में हर महीने आने वाली पूर्णिमा शुक्लपक्ष की 15वीं तिथि होती है। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा पर भगवान शिव और पार्वती की पूजा भी की जाती है। इस दिन किए गए दान और उपवास से अक्षय फल मिलता है।
हिंदू कैलेंडर के चौथे महीने आषाढ़ से वर्षा काल की शुरुआत होती है। हिंदू पंचांग में सभी महीनों के नाम नक्षत्रों पर रखे गए हैं। हर महीने की पूर्णिमा को चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है उस महीने का नाम उसी नक्षत्र के पर रखा गया है।
24 जून, गुरुवार को ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा है। इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा का विधान है, तीर्थ या पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है। इस दिन किए गए दान और उपवास से अक्षय फल मिलता है।
आज (26 मई, बुधवार) वैशाख पूर्णिमा है। इस बार ये तिथि बहुत ही खास है। ज्योतिषियों के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा पर तीन ग्रह स्वराशि में रहेंगे साथ ही चार शुभ योग भी बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए फ्रंटलाइन वर्कर्स को सलाम किया। इस संकट की घड़ी में बौद्ध संस्थाओं के मिल रहे सहयोग के प्रति आभार जताते हुए पीएम ने बुद्ध के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान भी किया। मोदी वेसाक ग्लोबल सेलिब्रेशन को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
इस बार 26 मई, बुधवार को वैशाख मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में और चंद्रमा भी अपनी उच्च राशि तुला में होता है। इसे बुद्ध पूर्णिमा और पीपल पूर्णिमा भी कहा जाता है।
इस बार 27 अप्रैल, मंगलवार को चैत्र मास की पूर्णिमा है। इसी तिथि पर हनुमानजी का प्राकट्योत्सव मनाया जाता है।
फाल्गुन महीने की पूर्णिमा (इस बार 28 मार्च, रविवार) को बहुत ही खास माना जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से कई गुना पुण्य मिलता है और हर तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
28 मार्च, रविवार को फाल्गुन महीने की पूर्णिमा है। इसे वसंत पूर्णिमा भी कहा जाता है। श्रीमद्भागवत में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं ऋतुओं में वसंत हूं। इसलिए इस पूर्णिमा पर भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा करने की परंपरा है।