पिछले साल सर्दियों में दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में धुंध और वायु प्रदूषण ने सबकी चिंता बढ़ा दी थी। लेकिन अब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने इस समस्या को खत्म कर दिया है। उत्तर भारत में वायु प्रदूषण 20 साल के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
भारत में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 25 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। कोरोना को रोकने के लिए यह लॉकडाउन कितना कारगार साबित होता है, इसका पता तो बाद में पता चलेगा लेकिन इससे ने भारत को एक दूसरी बड़ी समस्या यानी प्रदूषण से अस्थाई तौर पर जरूरत राहत दे दी है।
शहर में न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते बुधवार को हल्की बारिश होने का अनुमान है। शहर में इस महीने में अब तक पहले ही 101.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है जो मार्च में सबसे ज्यादा है।
चीन से वायरस के फैलने के बाद चीनी सरकार ने हजारों फैक्ट्रीज को अस्थाई रूप से बंद कर दिया और कई शहरों को लॉक डाउन कर दिया था। जिसके बाद से वायु प्रदूषण में लगातार कमी देखने को मिल रही है।
एजेंसी ने अपने बयान में कहा कि वर्ष 2020 के लिए ध्वनि प्रदूषण कम करने के वास्ते तय किए गए उद्देश्य और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निधार्रित स्तर को बरकरार रखना मुश्किल होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुंदेलखंड दौरे पर तैयारियां पूरी हैं। पीएम मोदी चित्रकूट पहुंच गए हैं। वहां वह करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए जिला प्रशासन शानदार इंतजाम किया है। पीने के पानी के लिए घड़ों की व्यवस्था की गई है। उसके आलावा पूरे क्षेत्र को पालीथीन मुक्त रखा गया है
एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि भारत में वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या की वजह से हर साल 10 लाख लोगों की मौत हो रही है, जिनमें शिशुओं की संख्या सबसे ज्यादा है।
सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को प्रदूषण और परिवहन में इलेक्ट्रिक तकनीक अपनाने की मांग से जुड़ी याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, प्रदूषण के लिए पटाखे और पराली को जलाना मौसमी समस्याएं हैं लेकिन मोटर वाहनों से निकलने वाला धुंआ एक बड़ा कारण है।
राय ने कहा कि प्रदूषण में कमी लाना केजरीवाल सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। एक अधिकारी ने कहा कि ‘सर्दियों के दौरान दिल्ली में प्रदूषण कैसे कम किया जाए’ इस विषय पर पर्यावरण विभाग के उच्च अधिकारियों को अपनी योजना का खाका प्रस्तुत करने को कहा गया है
सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि वायु प्रदूषण की समस्या से व्यापक ढंग से निपटने के लिए एक दीर्घावधिक, समयबद्ध, राष्ट्र स्तरीय कार्यनीति के रूप में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीपीसी) की शुरूआत की गई।