पवन के मुताबिक फांसी से पहले एक बोरे में छोटे-छोटे पत्थर भर लिए जाते हैं। फिर उसे बांध दिया जाता है और फंदा लगा दिया जाता है। तख्ते पर रखकर जैसे ही हमें उसे लटकाने का निर्देश होता है तो हम फांसी दे देते हैं।
निर्भया के दोषियों को जल्द ही फांसी हो सकती है। इस बीच तिहाड़ जेल से खबर आ रही है कि जहां फांसी दी जाती है, यानी जेल संख्या 3, वहां एक बार में दो ही लोगों को फांसी पर लटकाने की व्यवस्था है, ऐसे में फांसी घर के प्लेटफार्म की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है।
जल्लाद पवन के बेटे अमन कुमार ने बताया कि उसकी चार पुश्तें फांसी देने का काम करती आ रही हैं,ये हम लोग अपना सौभाग्य समझते हैं कि किसी गुनहगार को सजा देने में हमारी सहभगिता रहती है
निर्भया के गुनहगारों को देने का रास्ता साफ़ हो गया है। इसके लिए तिहाड़ जेल से दो जल्लादों की डिमांड यूपी जल प्रशासन से की गई थी। मेरठ जेल के जल्लाद पवन को निर्भया काण्ड के गुनहगारों को फांसी देने के लिए भेजा जाएगा
पहले माना जा रहा था कि निर्भया केस में चारों दोषियों को 16 दिसंबर तक फांसी दी जा सकती है। लेकिन अब इसमें पेंच फंसता नजर आ रहा है। दरअसल, इस मामले में चौथे दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा।
निर्भया से गैंगरेप फिर हत्या के दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 17 दिसंबर को दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा। चार दोषियों में से तीन की पहले ही पुनर्विचार याचिका खारिज कर दी गई है। 3 जजों की बेंच ने पहले फैसला दिया था।
यूपी के मेरठ का रहने वाला पवन जल्लाद निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकाएगा। पवन को बुलाने के लिए तिहाड़ जेल से एक लेटर लिखा गया है। लेकिन इन सब के बीच पवन एक बात को लेकर परेशान है। उसने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मार्मिक अपील भी की है। इसके लिए वह अब पत्र भी लिखेगा।
निर्भया गैंगरेप के गुनाहगारों को फांसी देने के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से जल्लाद भेजे जा सकते हैं। हालांकि फांसी में देरी होने की वजह तिहाड़ जेल में दरिंदों की कमी बताई जा रही थी। तिहाड़ जेल प्रशासन की मांह उत्तर प्रदेश जेल मुख्यालय ने मेरठ के जल्लाद को भेजने की मंजूरी दे दी है।
निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाए जाने की अटकलें तेज है। इन सब के बीच चारों को एक साथ फांसी पर लटकाए जाने की चर्चा जोरों पर हैं। हालांकि इससे पहले देश के यरवदा जेल में 4 लोगों को एक साथ फांसी दी जा चुकी है।
हैदराबाद और उन्नाव की घटना के मामले को लेकर देशभर में मचे बवाल के बीच मप्र से एक शर्मनाक मामला सामने आया है। होशंगाबाद में एक रेप पीड़िता ने बदनामी के डर से फांसी लगा ली।