समाजवादी पार्टी के दो दिवसीय अधिवेशन की शुरुआत के साथ ही अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकारी संस्थाओं को ध्वस्त कर रही है जिससे निजीकरण को बढ़ावा मिल सके।
पुलिसकर्मियों को आप नेता का संदेश अहमदाबाद की सड़कों पर ऑटो-रिक्शा की सवारी को लेकर नाटकीय बहस के अगले दिन आया है। अपनी पार्टी के प्रचार के लिए गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर आए केजरीवाल ने एक ऑटो-रिक्शा चालक के घर डिनर को जा रहे थे तभी पुलिस ने उनको रोक दिया। हालांकि, केजरीवाल के ऑटो को दो पुलिस वाहनों के एस्कॉर्ट के बाद अनुमति दी गई।
BJP Nabanna March in West Bengal: 14 सितंबर से राज्य में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के पहले बीजेपी ने सड़क पर शक्ति प्रदर्शन का ऐलान करते हुए सचिवालय मार्च का ऐलान किया था।
बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने एक बार फिर से सरकार को घेरा है। उनके एक पोस्ट ने सरकार के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। विधायक ने लिखा कि गौशालाएं सिर्फ गोवंशों के लिए कब्रिस्तान बनकर रह गई हैं।
झारखंड में सीएम हेमंत सोरेने की ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले के कारण विधानसभा की सदस्यता जा सकती है। वहीं विपक्ष ने फिर सियासी बयानबाजी शुरू कर दी है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का सीएम के लिए बोले- बीजेपी ने नहीं कहा था अपने पैर में कुल्हाड़ी मारो।
सीएम के अलावा उनके भाई बसंत सोरेन की विधायकी पर भी खतरा मंडरा रहा है। शुक्रवार को झारखंड की राजनीति में बड़ा उथल-पुथल हो सकता है। चुनाव आयोग ने राज्यपाल को सीएम हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले की रिपोर्ट राजभवन भेज दी है।
झारखंड में भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे के बयानों से राजनीति के गलियारों में हलचल मची हुई है। उनके आत्मविश्वास से भरे ट्वीट को देखकर लगता है कि राज्य में कुछ बड़ा होने वाला है। वो कह रहे है कि सीएम सोरेन बस अगस्त निकाल ले।
तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जून में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। दरअसल, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने बगावत कर दी थी। उद्धव के पद छोड़ने के बाद एकनाथ शिंदे ने 30 जून को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। सत्ता मिलने के बाद एकनाथ शिंदे गुट ने शिवसेना पर भी दावा तेज कर दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि मुफ्त रेवड़ी के खिलाफ बोलने वालों की नीयत खराब है। मैं कह रहा हूं कि देश में चर्चा करो, लोगों को बिजली, पानी, शिक्षा मुफ्त मिले या नहीं, इस पर जनमत संग्रह कराओ।
झारखंड की विधानसभा में हुए मानसून सत्र में भाजपा विधायको का विरोध प्रदर्शन 3 अगस्त के दिन भी जारी रहा। उन्होंने मौजूदा सरकार पर इस्लामीकरण का आरोप लगया। इसके अलावा विधायक लंबोदर महतो ने सदन के बाहर खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू करने की मांग करते नजर आए..