यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, सोमवार की शाम दक्षिण-पूर्वी तुर्की में 7.5 तीव्रता का एक और भूकंप आया।
पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश पर पीएमओ के प्रधान सचिव डॉ.पीके मिश्रा की अध्यक्षता में हाईलेवल की मीटिंग में तय हुआ कि तुर्किये रिपब्लिक की सरकार के साथ कोआर्डिनेशन में रेस्क्यू और रिलीफ टीमें भेजी जाएंगी।
मिडिल ईस्ट के जिन शहरों में भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है, उनमें अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी शामिल हैं। इसके अलावा भी कई इलाकों की तस्वीर बेहद डरावनी है।
इस भयानक भूकंप में बचने वाले कुछ लोगों ने मीडिया से बात कर उस खौफनाक मंजर के बारे में बताया। गाजियांटेप में तो इतनी भयानक तबाही मची कि नींद के आगोश में रहे कुछ लोगों को तो चीखने तक का मौका नहीं मिला।
दक्षिणी तुर्की में शक्तिशाली भूकंप ने तबाही मचा दी है। भूकंप से कई इमारतें ढह गईं। भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई है। जीएफजेड ने कहा कि भूकंप 10 किमी की गहराई पर था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (6 फरवरी) को कर्नाटक के दौरे पर पहुंचे। मोदी ने बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 का उद्घाटन किया। उन्होंने विभिन्न डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास भी किया। कर्नाटक में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों में दहशत का माहौल देखने को मिला। हालांकि तीव्रता कम होने के चलते कोई जनहानि नहीं हुई।
दिल्ली-एनसीआर में दोपहर 2.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए।
दिल्ली और हरियाणा में बीती रात 1:19 बजे भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.8 थी। इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में 5 किलोमीटर की गहराई में था।
नेपाल में बुधवार तड़के(28 दिसंबर) को भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। नेपाल के राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र (NEMRC) ने बागलुंग जिले में बुधवार तड़के 4.7 और 5.3 तीव्रता के दो भूकंपों की सूचना दी।