इस बार 23 जून, मंगलवार को मंगल पुष्य का शुभ योग बन रहा है। मंगलवार को पुष्य नक्षत्र का प्रारंभ दोपहर 1.53 से होगा, जो अगले दिन 24 जून, बुधवार की दोपहर 1.33 तक रहेगा।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल और चंद्र की युति होती है तो ये बहुत शुभ मानी जाती है।
जून 2020 में चंद्र के अलावा तीन ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा। शनि, राहु-केतु राशि नहीं बदलेंगे और बुध मार्गी से वक्री होगा। शुक्र वक्री से मार्गी होगा।
जिन लोगों की कुंडली में मंगल अशुभ स्थान पर होता है, वे बहुत गुस्सैल होता हैं। छोटी-छोटी बातों पर किसी से भी विवाद करना इनकी आदत होती है। साथ ही इन्हें भूमि, मकान आदि संपत्ति का सुख भी नहीं मिल पाता।
मंगल ग्रह 4 मई से राशि परिवर्तन करके अपने शत्रु ग्रह शनि के घर यानी कुंभ राशि में आ गया है और उस पर राहु की दृष्टि भी पड़ रही है। ये स्थिति 18 जून तरह बनी रहेगी।
इस बार 5 मई को मंगल प्रदोष का योग बन रहा है। प्रदोष तिथि भगवान शिव की पूजा के लिए उपयुक्त है और मंगलवार हनुमानजी की उपासना के लिए। हनुमानजी, शिवजी के ही अवतार माने गए हैं। इसलिए 5 मई को बन रहा मंगल प्रदोष का योग बहुत ही शुभ है।
प्रत्येक महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 5 मई, मंगलवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है।
4 मई, सोमवार को मंगल ग्रह राशि बदलकर मकर से कुंभ में प्रवेश करेगा। मकर राशि में मंगल, गुरु और शनि की युति बनी हुई है।
24 अप्रैल, शुक्रवार को बुध ग्रह मीन से मेष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में ये ग्रह 9 मई, शनिवार तक रहेगा।
29 मार्च को गुरु ग्रह धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही शनि और मंगल स्थित है।