08 दिसंबर, बुधवार को शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन कर धनु से मकर में प्रवेश करेगा। इस राशि में पहले से ही शनि ग्रह स्थित है। इस तरह 2 प्रमुख ग्रहों का एक राशि में युति होने जा रही है। मकर राशि शनि देव की स्वयं की राशि है।
23 नवंबर, मंगलवार को अगहन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन अंगारक चतुर्थी का व्रति किया जाएगा। इस दिन सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 11.20 तक रहेगा। इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र दिन भर रहेगा। मंगलवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से चर और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से स्थिर नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
16 से 22 मई तक का समय मेष राशि वाले लोगों की नौकरी और बिजनेस के लिए अच्छा समय रहेगा। इन 7 दिनों में धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को लेन-देन और निवेश में सावधानी रखनी होगी। विवाद के साथ ही नुकसान के भी योग बन रहे हैं। इनके अलावा मिथुन और कन्या राशि वाले लोगों पर सितारों का मिला-जुला असर रहेगा।
राशि चक्र की दसवीं राशि मकर है। इसके स्वामी शनिदेव हैं। जिन लोगों का नाम भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी अक्षर से शुरू होता है, वे मकर राशि के होते हैं।
28 जनवरी से शुक्र ग्रह धनु राशि से निकलकर मकर में आ गया है। अब 20 फरवरी तक शुक्र इसी राशि में रहेगा, फिर कुंभ राशि में चला जाएगा। आमतौर पर शुक्र एक राशि में 23 दिन तक रहता है।
22 जुलाई, बुधवार को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन अश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस योग बनेगा।
14 जुलाई, मंगलवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन पहले अश्विनी नक्षत्र होने से अमृत सिद्धि नाम का शुभ योग और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग बन रहा है।
29 जून, सोमवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इसे भड़ली नवमी कहते हैं। इस दिन पहले हस्त नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद चित्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
14 मई, गुरुवार की रात से गुरु मकर राशि में वक्री हो जाएगा। 29 जून 2020 तक यानी 46 दिनों तक गुरु इस राशि में ही वक्री रहेगा। उसके बाद वक्री रहते ही यह धनु में चला जाएगा।
इस दिन सूर्योदय मघा नक्षत्र में होने से पद्म नाम का शुभ योग रहेगा। शुक्रवार की रात को चंद्रमा सिंह राशि में आ चुका है। शनिवार को इसका असर सभी 12 राशियों पर दिखाई देगा।