टैरो भी ज्योतिष की तरह भविष्य जानने की एक विधा है। ये कहना है इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर और टैरो कार्ड रीडर भूमिका कलम का। उनके अनुसार, निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि जीवन में आगे बढने, एक नया नजरिया देने में टैरो रीडिंग आपकी मददगार हो सकती है।
आज (17 अप्रैल, रविवार) से हिंदू पंचांग का दूसरा महीना वैशाख शुरू होगा। इस दिन वैशाख कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी। रविवार को सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 08:05 तक रहेगा, इसके बाद स्वाती नक्षत्र दिन भर रहेगा।
10 अप्रैल, रविवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि रात लगभग 03:16 तक रहेगी। ये चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन रहेगा। इस दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी। साथ ही राम जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा।
टैरो कार्ड एक रहस्यमयी विधा है। इसके माध्यम से जटिल भविष्यवाणी भी बताई जा सकती है। बहुत से लोग टैरो को महज कार्ड मानते हैं और इसे भाग्य बताने की सबसे नई तकनीक कहते हैं, लेकिन आम धारणा के विपरित यह एक गहन और जटिल विषय है।
टैरो डेक में कुल 78 कार्ड होते हैं, जिन्हें मेजर आर्काना तथा माइनर आर्काना में विभक्त किया गया है। आर्काना लैटिन भाषा के शब्द आर्कान्स से उत्पन्न हुआ, जिसका अर्थ है रहस्यमय व्यक्तिगत विकास।
4 मार्च, शुक्रवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। इस दिन फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाएगा। शुक्रवार को सूर्योदय उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शुक्रवार को उत्तराभाद्रपद नक्षत्र होने से ध्वज नाम का शुभ इस दिन बन रहा है।
इंदौर की फेमस एस्ट्रोलॉजर, वस्तु एंड टैरो कार्ड एक्सपर्ट भूमिका कलम का कहना है कि ताश के पत्तों की तरह दिखने वाले इन टैरो कार्ड के ऊपर कुछ रहस्यमय प्रतीकात्मक चिह्न बने होते हैं।
27 मार्च, रविवार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन दशा माता की पूजा की जाएगी। 27 मार्च, रविवार को सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर लगभग 1.30 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत रहेगा।
24 जनवरी, सोमवार को माघ मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। सोमवार को हस्त नक्षत्र सुबह 9 बजे तक रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र 25 जनवरी, मंगलवार की सुबह 8.20 तक रहेगा। सोमवार को पहले हस्त नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद चित्रा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं।
23 दिसंबर, गुरुवार को पौष मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन सूर्योदय अश्लेषा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। गुरुवार को अश्लेषा नक्षत्र होने से अमृत नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। गुरुवार की रात को चंद्रमा राशि बदलकर कर्क से सिंह में प्रवेश करेगा।