करीब ढाई बजे घर पहुंचने पर बड़ी बहन ने राकेश टिकैत का तिलक लगाकर स्वागत किया। इससे पहले राकेश टिकैत ने न्याय भूमि समाधि स्थल पहुंचकर चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही इस दौरान उन्होंने कहा कि जमीन और जमीर बिकने नहीं देंगे, एक साल की ट्रेनिंग हुई है, आने वाले समय में जंग होगी। कल के लिए तैयार रहना है।