प्रदेश में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मतदान हो रहा है। मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा। शाम 5 बजे मतगणना होगी और चुनाव परिणाम जारी किया जाएगा। संख्या बल के लिहाज से दो सीट कांग्रेस आसानी से जीतती दिख रही है और एक सीट बीजेपी के खाते में जाती दिख रही है।
राज्यसभा की 57 सीटों पर चुनाव होना था। 11 राज्यों में 41 प्रत्याशियों के निर्विरोध चुने जाने के बाद अब 16 सीटों पर वोटिंग हो रही है। राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र की एक-एक सीट पर मुकाबला दिलचस्प बन गया है। इन राज्यों में वोटिंग जारी है।
कांग्रेस का कहना है कि उनमें पास 126 MLA हैं, जबकि जीत के लिए सिर्फ 123 ही चाहिए। लेकिन इस बीच डर भी है कि इन विधायकों में से बीजेपी किसी को तोड़ न ले। किसी तरह का लालच न दे। यही कारण है कि सभी को एक ही जगह एक साथ रखा जा रहा है।
RLP नेताओं के थाने पहुंचने के बाद देर रात विन मिश्रा ने एक और ट्वीट कर पूछा कि आखिर यह मुकदमा किस पैसे से लड़ा जाएगा। विधायक बेचकर जो 40 करोड़ मिले थे उससे या फिर दोबारा विधायक बेचने की तैयारी है। उन्होंने RLP को भाजपा की बी टीम बताया है।
कांग्रेस के पास 108 विधायक हैं। इसके अलावा एक विधायक RLD से है। जबकि 13 निर्दलीय भी कांग्रेस को सपोर्ट कर रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस का पलड़ा भारी है। लेकिन चुनाव में कई बार सेंधमारी हो चुकी है। ऐसे में जब तक चुनाव नहीं हो जाते तब तक दोनों ही दल किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहतीं।
सियासी जोड़-तोड़ के डर से विधायकों को होटल में ठहराने के पीछे का मुख्य कारण है वह सीट जिस पर बीजेपी डॉ. सुभाष चंद्रा मैदान में हैं। उन्हें भाजपा के 31 विधायकों का समर्थन है। जबकि कांग्रेस को तीसरी सीट जीतने के लिए 41 वोट चाहिए, वहीं बीजेपी को यह सीट पाने सिर्फ 11 वोट की ही दरकार है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि हाईकमान की तरफ से सिर्फ दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने के महाअघाड़ी विकास के प्रस्ताव का नकार दिया गया है। उनका कहना है कि पार्टी ने जो समीकरण सेट किए हैं, उसी के अनुसार तीसरे कैंडिडेट को उतारा गया है। MVA वोटिंग से बचने अपने एक उम्मीदवार को वापस बुला सकती है।
शुक्रवार को नामांकन लेने का आखिरी दिन था लेकिन किसी भी कैंडिडेट के नाम वापस नहीं। इससे मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है। दोनों पक्ष अब अपनों को मनाने में और निर्दलीय को साधने में लगे है। यह देखना दिलचस्प होगा कि किसका दाव सही बैठेगा..
राजस्थान सरकार होने वाले राजसभा चुनाव में अपने विधायकों के भरोसे जिन तीन सीटों पर दावा कर रही है, उन्हे कंफर्म करने के लिए विधायकों की बाड़ेबंदी की है ताकि जीत तय की जा सके। पर विधायकों की नाराजगी से थिंक टैंक में चिंता बनी हुई है..
राजस्थान में चार राज्यसभा सीटों में से दो पर कांग्रेस की जीत तय है। उसके उम्मीदवार मुकुल वासनिक और रणदीप सुरजेवाला की जीत पक्की है। जबकि एक पर बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम तिवाड़ी भी राज्यसभा पहुंच जाएंगे लेकिन जो पूरा खेल है वो सिर्फ चौथी सीट पर फंसा हुआ है।