इन दिनों वैशाख मास चल रहा है। इस महीने में भगवान विष्णु के साथ शिवजी की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। इसके लिए 8 और 9 मई को खास संयोग भी बन रहा है। इनमें 8 मई, शनिवार को प्रदोष और अगले दिन 9 मई को शिव चतुर्दशी यानी मासिक शिवरात्रि रहेगी।
वैसे तो हमारे देश में शिवजी के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ बहुत विशेष हैं। ऐसा ही एक मंदिर तमिलनाडु के तिरुवनमलाई जिले में स्थित है। इसे अरुणाचलेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।
हिंदू धर्म में पूजा से जुड़े अनेक नियम बनाए गए हैं। हर देवी-देवता की पूजा के नियमों में कुछ भिन्नता होती है। शिवलिंग की भी पूजा करते समय भी कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।
सोशल मीडिया पर फिर से एक बड़े-से शिवलिंग की तस्वीर वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर को मक्का-मदीना का शिवलिंग बताया जा रहा है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है, मक्का-मदीना में भी भव्य शिवलिंग मौजूद है जिसकी तस्वीर पहली बार सामने आई है।
भोपाल के सुरेंद्र मीणा ने सोमवार को तीन दिन पूजा पाठ होने के बाद शिवलिंग की स्थापना करवाई थी। जिसके लिए वह कुछ दिन पहले जयपुर से 22 हजार रुपए की यह मूर्ति खरीदकर लाए थे। लेकिन मंगलवार सुबह देखा तो वह मूर्ति गायब थी।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग क्षरण के मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। कोर्ट ने महाकाल मंदिर में पंचामृत पूजन पर रोक के साथ ज्योतिर्लिंग को घिसने और रगड़ने पर भी प्रतिबंध लगाया। इसके अलावा कोर्ट ने महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को निर्देश दिए हैं।
ज्योतिष में कुल नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु बताए गए हैं। इन नौ ग्रहों में शनि, राहु-केतु को क्रूर ग्रह माना गया है। इन ग्रहों के दोष दूर करने के लिए शिवजी की पूजा सबसे सरल और कारगर उपाय है।
जन्म कुंडली में कुछ ग्रह अशुभ स्थिति में भी होते हैं। इनका सीधा असर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
अभी सावन माह चल रहा है और इस माह में शिवलिंग की विशेष पूजा की जाती है। सामान्यत: मंदिरों में पत्थर के शिवलिंग दिखाई देते हैं, लेकिन घर में रखने के लिए कई धातुओं के शिवलिंग बाजार में उपलब्ध हैं।
कर्नाटक में कोल्लार जिले के काम्मासांदरा नाम के गांव में भगवान भोलेनाथ का बहुत विशाल शिवलिंग स्थापित है। इस विशाल शिवलिंग वाले मंदिर को पूरी दुनिया में कोटिलिंगेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है।