Vrishabha Sankranti 2023: 15 मई को सूर्य राशि बदलकर मेष से वृषभ में प्रवेश करेगा। सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश करने से ये वृषभ संक्रांति कहलाएगी। धर्म ग्रंथों में इसे पर्व कहा गया है। शुभ फल पाने के लिए इस दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए।
12 मई, शुक्रवार को पहले श्रवण नक्षत्र होने से धूम्र और इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र होने से धाता नाम का योग बनेंगे। इनके अलावा शुक्ल, ब्रह्म और सर्वार्थसिद्धि योग भी इस दिन बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:45 से दोपहर 12:23 तक रहेगा।
10 मई बुधवार को पहले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग और इसके बाद उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग बनेगा। इनके अलावा सिद्ध और साध्य नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:23 से 2:01 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 7 मई, रविवार को अनुराधा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन परिध और शिव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल शाम 5:15 PM से 6:53 तक रहेगा।
1 मई, सोमवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से ध्वज और इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम के 2 शुभ योग दिन भर रहेंगे। इनके अलावा ध्रुव और व्याघात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 7:34 से 9:11 तक रहेगा।
28 अप्रैल, शुक्रवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से उत्पात और उसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम के अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा शूल और गण्ड नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 10:48 से दोपहर 12:24 तक रहेगा।
27 अप्रैल, गुरुवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से सिद्धि और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से शुभ नाम के 2 योग बनेंगे। इसके अलावा धृति और शूल नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:00 से 3:36 PM तक रहेगा।
25 अप्रैल, मंगलवार को आर्द्रा नाम का नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे चर नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा। इसके अलावा अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:36 से शाम 5:12 तक रहेगा।
21 अप्रैल, शुक्रवार को पहले भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर और इसके बाद कृत्तिका नक्षत्र होने से छत्र नाम के 2 योग इस दिन रहेंगे। इसके अलावा प्रीति और आयुष्मान नाम के 2 अन्य योग भी बनेंगे। राहुकाल सुबह 10:50 से दोपहर 12:25 तक रहेगा।
20 अप्रैल, गुरुवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से मानस और इसके बाद भरणी नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, विषुकंभ और प्रीति नाम के 3 अन्य योग भी बनेंगे।