Aaj Ka Panchang: 2 फरवरी, गुरुवार को आर्द्रा नक्षत्र होने से काण नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य अशुभ योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:03 से 03:25 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 30 जनवरी, सोमवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके शुक्ल और ब्रह्म नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 8:33 से 9:55 तक रहेगा।
Aaj Ka Panchang: 24 जनवरी, मंगलवार को शतभिषा नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे मृत्यु नाम का अशुभ योग बनेगा। इसके अलावा वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 03:21 से 4:43 तक रहेगा।
14 जनवरी की रात सूर्य राशि बदलकर धनु से मकर में प्रवेश करेगा। इसके अगले दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। सूर्य के राशि बदलने से बुधादित्य नाम का शुभ योग समाप्त हो जाएगा और मकर राशि में सूर्य-शनि की युति बन जाएगी।
Paush Purnima 2023 Upay:ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर तिथि का एक स्वामी ग्रह होता है। उस तिथि पर यदि उस ग्रह से संबंधित उपाय किए जाएं तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ग्रंथों में पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रदेव बताए गए हैं।
corona virus: कोरोना वायरस एक बार फिर विश्व भर में फैलने लगा है। इसका सबसे ज्यादा असर चीन में देखा जा रहा है। भारत सहित अन्य देशों में भी अचानक इसके मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसके पीछे ग्रहों का अशुभ योग भी एक कारण हो सकता है।
जब भी कोई ग्रह किसी अन्य ग्रह के साथ युति करता है या दृष्टि संबंध बनाता है तो शुभ-अशुभ योग का निर्माण होता है। इस बार भी ऐसा ही कुछ हो रहा है। 16 दिसंबर को सूर्य के राशि बदलते ही सूर्य-शनि का द्विर्द्वादश योग बनेगा, जो कि अशुभ है।
Shraddh Paksha 2022: इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहा है, जो 25 सितंबर तक रहेगा। श्राद्ध से जुड़ी कई मान्यताएं और परंपराएं हमारे समाज में प्रचलित हैं। उसी में से एक मान्यता ये भी है कि श्राद्ध के दौरान खरीदी नहीं करनी चाहिए।
ज्योतिषियों के अनुसार, हर महीने में 3-4 ग्रह राशि बदलते हैं। इनमें से सूर्य भी एक है। सूर्य एक राशि में 30 दिन तक रहता है। इस हिसाब से ये हर महीने में एक बार राशि जरूर बदलता है। इस बार 17 सितंबर को सूर्य राशि बदलेगा।
Pitru Paksha 2022: हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष को बहुत ही विशेष समय माना गया है। ये वो समय होता है जब लोग अपने पूर्वजों को याद करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान आदि करते हैं। श्राद्ध पक्ष 16 दिनों का होता है।