यूपी के सरकारी स्कूलों के छात्र गणित के मामले में निजी स्कूलों से काफी ज्यादा बेहतर हैं। हालांकि अन्य मामलों में निजी स्कूलों के छात्र बेहतर हैं। सर्वे के दौरान यह चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई हैं।
विश्व वैदिक सनातन संघ की तरफ से जिला जज न्यायालय में सीबीआई जांच की मांग के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया गया है। बहस के बाद कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तिथि की मुकर्रर की है। विश्व वैदिक सनातन संघ के अधिवक्ता शिवम गौड़ ने बताया कि कोर्ट ने प्रार्थना पत्र स्वीकार कर लिया है और 4 जुलाई को इस पर सुनवाई होगी।
हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि उन लोगों को जो लिफाफा मिला है, उसे अभी तक खोला नहीं गया है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि वीडियो कैसे लीक हो गया। कहा कि अब हम लोग अपने सभी लिफाफे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर देंगे।
ज्ञानवापी मामले में अब 26 मई को फिर से सुनवाई होगी। 26 मई की सुनवाई के बाद ही मामले में तस्वीर साफ हो सकेगी। कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद नई तारीख दी है।
ज्ञानवापी मामले में वाराणसी की जिला जज अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। इसको लेकर मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा।
जापान के शिज़ुओका प्रांत( Shizuoka Prefecture) के स्कूलों में यौन उत्पीड़न(sexual harrasment) को लेकर किए गए एक सर्वे में चौंकाने वाला रिजल्ट मिला है। यहां के 97 मामलों में छात्रों ने महसूस किया कि शिक्षकों द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। यह सर्वे प्रीफेक्चुरल शिक्षा बोर्ड(prefectural education board) ने कराया है। अकादमिक वर्ष-2021 के दरमियान कराया है।
समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग को लेकर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान कोई भी शिवलिंग नहीं मिला है। यह सब ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है।
ज्ञानवापी सर्वे के दौरान मिले कथित शिवलिंग को लेकर संशय बरकरार है। इतिहासकारों का भी कहना है कि इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी। हालांकि जो तथ्य अभी तक सामने आए हैं उसके बाद इसे शिवलिंग कहने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चालक ज्यादातर एलिवेटेड रोड का इस्तेमाल करते हैं। इस पर टोल लगाने की तैयारी की जा रही है। सर्वे के बाद इसको लेकर फैसला किया जाएगा।
कमीशन से हटाए जाने के बाद अजय मिश्र ने कहा कि यदि उन्होंने किसी पर भरोसा किया और उसने धोखा दिया तो उसमें उनकी कोई गलती नहीं है। कमीशन से हटाए जाने के बाद भी उन्होंने सर्वे के बारे में जानकारी देने से इंकार किया।