वास्तु शास्त्र सकारात्मक यानी पॉजिटिव और नकारात्मक यानी निगेटिव एनर्जी के आधार पर काम करता है। घर में अगर निगेटिव एनर्जी अधिक होगी तो वहां रहने वाले लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हिंदू धर्म में अनेक मान्यताएं हैं, जिन्हें शकुन-अपशकुन से जोड़कर देखा जाता है। इनके कारण जीवन में परेशानियों का आना-जाना लगातार बना रहता है। कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो इन समस्याओं को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 17 मार्च, बुधवार को है।
हिंदू धर्म में शंख का विशेष महत्व है। शास्त्रों में अनेक प्रकार के शंख बताए गए हैं जिनमें से प्रमुख तीन प्रकार के होते हैं दक्षिणावर्ती शंख, मध्यावर्ती शंख और वामवर्ती शंख। इन शंखों के अनेक उप प्रकार होते हैं। शास्त्रों में 1008 प्रकार के शंख का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से एक है शनि शंख।
आचार्य बृहस्पति देवताओं के गुरु माने जाते हैं। बृहस्पति स्मृति में 3 ऐसे दानों के बारे में बताया गया है, जिन्हें महादान कहा जाता है। इन 3 चीजों का दान करने से मनुष्य के सभी पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती हैं।
12 फरवरी, शुक्रवार को सूर्य मकर राशि से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा। इस दिन कुंभ संक्रांति पर्व मनाया जाएगा। संक्रांति पर्व पर सूर्योदय से पहले उठकर तीर्थ-स्नान और फिर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है।
माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को तिल द्वादशी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 8 फरवरी, सोमवार को है। इस दिन तिल से भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है।
28 जनवरी, गुरुवार को पौष मास की पूर्णिमा है। साथ ही इस दिन गुरु पुष्य, सर्वार्थसिद्धि और अमृतसिद्धि नाम के 3 शुभ योग भी बन रहे हैं। इसलिए इस तिथि का महत्व और भी बढ़ गया है।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, पौष मास के कृष्णपक्ष की एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। इस बार यह एकादशी 9 जनवरी, शनिवार को है। इस व्रत को करने से भगवान श्रीकृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नमक में गजब की शक्ति होती है, जो न सिर्फ आपके घर को पॉजीटिव एनर्जी से भर देती है बल्कि आपके घर में सुख समृद्धि भी बढ़ाती है और आपके दुर्भाग्य को सौभाग्य में भी बदल सकती है।