धर्म ग्रंथों के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की अष्टमी से आश्विन माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तक यानी 16 दिनों का महालक्ष्मी व्रत (Mahalaxmi Vrat 2021) किया जाता है। इस बार ये व्रत 14 से 29 सितंबर तक किया जाएगा।
सूर्य को प्रत्यक्ष देव माना गया है और रोज उनके दर्शन करने का भी विधान है। हमेशा निरोग रहने और लंबी उम्र के लिए सूर्य देव की उपासना और व्रत किया जाता है। 12 सितंबर, रविवार को भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की ही षष्ठी तिथि है।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) को धन और ऐश्वर्य की देवी बताया गया है। मां लक्ष्मी की कृपा से ही समस्त लोकों में धन वैभव है। मनुष्य तो मनुष्य देवता गण भी श्रीहीन होने से घबराते हैं। आप घर में सही दिशा और सही स्थान पर दीपक प्रज्वलित करके मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
6 सितंबर, सोमवार को भाद्रपद मास की अमावस्या है। इसे कुशग्रहणी (Kushagrahani Amavasya 2021) और कुशोत्पाटिनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार पुरातन समय में इस तिथि पर वर्ष भर में किए जाने वाले धर्म-कर्म के लिए कुश यानी एक प्रकार की घास का संग्रह किया जाता था।
इस बार 3 सितंबर, शुक्रवार को गोवत्स द्वादशी (Govats Dwadashi 2021) जिसे बछ बारस भी कहते हैं, का पर्व मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन महिलाएं गाय व बछड़ों की पूजा करती हैं।
भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज (Kajari Teej 2021) का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 25 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। इस बार कजरी तीज (Kajari Teej) पर धृति योग बन रहा है।
इस बार 22 अगस्त, रविवार सावन (Sawan 2021) मास की पूर्णिमा तिथि है। इस तिथि पर रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2021) पर्व मनाया जाता है। ये सावन मास (Sawan 2021) का अंतिम दिन होता है, इसके अगले दिन से भाद्रपद मास शुरू हो जाता है।
इस बार 20 अगस्त, शुक्रवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को त्रयोदशी तिथि होने से ये शुक्र प्रदोष कहलाएगा। शुक्रवार होने के कारण शिव पूजा से सुख-समृद्धि और उम्र भी बढ़ेगी। सावन (Sawan 2021) में प्रदोष व्रत का महत्व और भी बढ़ जाता है।
आज (16 अगस्त) सावन मास (Sawan 2021) का अंतिम सोमवार है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ उनके परिवार के अन्य सदस्यों की पूजा व उपाय करने से पूरे शिव परिवार की कृपा हमें प्राप्त होती है। भगवान शिव के परिवार में देवी पार्वती, भगवान कार्तिकेय और गणेश जी हैं।
आज (11 अगस्त, बुधवार) सावन (Sawan 2021) मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन हरियाली तीज (Hariyali Teej 2021) का पर्व मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं और कन्याओं के लिए सौभाग्य वाला माना जाता है। मान्यता है कि इसी दिन माता पार्वती (Devi Parvati) और महादेव (Mahadev) का मिलन हुआ था। इस दिन महिलाएं एक स्थान पर इकट्ठा होकर झूला झूलती हैं और शिव-पार्वती के भजन गाती हैं। साथ ही 16 श्रंगार भी करती हैं। इस दिन हरे वस्त्र पहनने की परंपरा भी है।