बिजनेस डेस्क। कोरोना संकट के दौरान गोल्ड में निवेश सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में गोल्ड में निवेश के लिए आकर्षण बढ़ा है। इस साल गोल्ड की कीमतों में करीब 40 फीसदी तेजी आई है। ऐसे में, अगर आप सस्ते में सोना खरीदना चाहते हैं, तो मोदी सरकार की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में इसके लिए आपके पास मौका है। सरकारी गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-21 सीरीज-4 का सब्सक्रिप्शन आज से ही खुलने जा रहा है। आप 10 जुलाई तक इस स्कीम में सोना खरीद सकते हैं।
बिजनेस डेस्क। आज देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की नींव रखने वाले और उसे सफलता की उंचाइयों तक पहुंचाने वाले धीरूभाई अंबानी की डेथ एनिवर्सरी है। धीरूभाई अंबानी का जन्म गुजरात के जूनागढ़ जिले के एक छोटे से गांव चोरवाड़ में 28 दिसंबर, 1932 को हुआ था। गरीबी की वजह से उन्हें बचपन से ही तरह-तरह के काम करने पड़े। उन्होंने पकौड़े भी बेचे और यमन में पेट्रोल पंप पर भी काम किया, लेकिन अपनी बुद्धि और मेहनत की बदौलत कुछ ही समय में उन्होंने एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य कायम कर लिया। धीरूभाई अंबानी की मृत्यु 6 जुलाई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने से हुई। लेकिन तब तक उन्होंने रिलायंस को देश की सबसे बड़ी कंपनी बना दिया था और उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। धीरूभाई के बारे में कहा जाता है कि जिस चीज को भी वे हाथ लगा देते थे, वह सोना बन जाती थी। जानते हैं धीरूभाई की सक्सेस स्टोरी।
रविवार को उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने भारत में विकसित किए गए पहले स्वदेशी सोशल मीडिया ऐप को लॉन्च किया। इस ऐप का नाम Elyments है।
बिजनेस डेस्क। रिलायंस इंडस्ट्रीज के रूप में देश का सबसे बड़ा बिजनेस एम्पायर खड़ा करने वाले धीरूभाई अंबानी की 6 जुलाई को डेथ एनिवर्सरी है। धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर, 1932 को गुजरात के जूनागढ़ जिले के एक छोटे से गांव चोरवाड़ में हुआ था। धीरूभाई का जीवन संघर्षों से भरा रहा। बहुत ही कम उम्र से उन्होंने तरह-तरह के काम करने शुरू कर दिए। उन्होंने पकौड़े भी बेचे और यमन में पेट्रोल पंप पर नौकरी भी की। लेकिन अपनी मेहनत और बुद्धि की बदौलत वे एक बड़ा व्यापारिक साम्राज्य खड़ा कर पाने में सफल रहे। उन्होंने जिस रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की, वह उनके बेटे मुकेश अंबानी के नेतृत्व में लगातार आगे बढ़ रही है। धीरूभाई अंबानी की मृत्यु 6 जुलाई, 2002 को दिल का दौरा पड़ने से हो गई। उस समय उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। धीरूभाई अंबानी अपनी पत्नी कोकिलाबेन से बहुत ज्यादा प्यार करते थे। कोकिलाबेन का कहना है कि वह कोई भी महत्वपूर्ण फैसला उनसे पूछे बिना नहीं लेते थे। धीरूभाई के निधन के बाद कोकिलाबेन ने मुद्रा वेबसाइट को एक इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने अपने पति से जुड़ी यादों को साझा किया था। इससे पता चलता है कि धीरूभाई एक बड़े उद्योगपति होने के साथ ही अपनी पत्नी को बहुत प्यार करने वाले खुशदिल इंसान थे।
भारत और चीन के बीच चल रहे विवाद के दौरान चीनी उत्पादों के बहिष्कार के बीच हीरो साइकिल कंपनी ने एक कड़ा फैसला लिया है। पंजाब के लुधियाना स्थित इस कंपनी ने चीन के साथ 900 करोड़ रुपए के व्यापार को रद्द कर दिया है।
बीते सप्ताह टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 31,294.89 करोड़ रुपए से बढ़ कर 8,25,149.40 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 28,464.11 करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी के साथ 11,33,168.55 करोड़ रुपए रहा।
बिजनेस डेस्क। रिलायंस जियो के जरिए टेलिकॉम इंडस्ट्री में कुछ ही महीनों में तहलका मचाने वाले मुकेश अंबानी अब डिजिटल के दूसरे कारोबार में बादशाहत के लिए उतर गए हैं। इसी के तहत कंपनी ने जियो मीट नाम का ऐप लॉन्च किया है। ये एक वीडियो मीटिंग ऐप है जिसमें यूजर को कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा दी जाती है। मुकेश अंबानी का ये ऐप यूजर्स के लिए फ्री में उपलब्ध होगा। भारत में इसकी सीधी टक्कर गूगल मीट और जूम ऐप से होगी। जूम चीन के सर्वर पर चलने वाला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का विदेशी ऐप है।
टेक डेस्क। भारत में 59 चाइनीज के बैन किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर इनोवेशन लॉन्च किया है। इसका मकसद देश में बने ऐप्स को बढ़ावा देना है। बता दें कि भारत में जिन चाइनीज ऐप्स को बैन किया गया, उनमें टिकटॉक और हेलो काफी पॉपुलर थे। इनका भारत में बड़ा यूजर बेस था। इन ऐप्स के बैन कर दिए जाने के बाद यह जरूरी हो गया है कि टेक्नोलॉजी के मामले में भारत आत्मनिर्भर हो। इसके लिए इनोवेशन की जरूरत है। भारत में ऐसे प्रोफेशनल्स की कमी नहीं है, जो जरूरत के मुताबिक ऐप डेवलप कर सकें।
बिजनेस डेस्क। देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना करने वाले और उसे सफलता के शिखर पर ले जाने वाले धीरजलाल हीराचंद अंबानी यानी धीरूभाई अंबानी की 6 जुलाई को डेथ एनिवर्सरी है। धीरूभाई अंबानी का जन्म 28 दिसंबर, 1932 को गुजरात के जूनागढ़ जिले के छोटे से गांव चोरवाड़ में हुआ था। धीरूभाई की सफलता की कहानी फर्श से अर्श पर पहुंचने की है। एक शिक्षक के बेटे धीरूभाई अंबानी ने बचपन में गांठिया और पकौड़े तक बेचे। उन्होंने यमन में 300 रुपए वेतन पर पेट्रोल पंप पर काम किया। कहते हैं कि जब उनके भाई और दोस्त पढ़ाई करते थे, धीरूभाई अंबानी पैसे कमाने की तरकीबें सोचते थे। यमन से भारत लौटने के बाद धीरूभाई जेब में 500 रुपए लेकर मंबई गए थे। 1966 में उन्होंने रिलायंस टेक्सटाइल्स की स्थापना की। सिर्फ 15 हजार रुपए से रिलायंस कमर्शियल कॉरपोरेशन शुरू करने वाले धीरूभाई का 6 जुलाई 2002 को जब दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ था, तब उनकी संपत्ति 62 हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा थी। उनके व्यावासायिक साम्राज्य को आगे बढ़ाने और उसमें चार चांद लगाने में उनके बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी की भी बड़ी भूमिका रही।
बिजनेस डेस्क। कोरोनावायरस महामारी की वजह से काफी लोगों के काम-धंधे पर असर पड़ा है। लोगों की आमदनी पहले के मुकाबले कम हुई है। ऐसे में, अगर आप नौकरी के अलावा भी आमदनी का कोई दूसरा जरिया तलाश कर रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम में बचत कर अच्छी कमाई कर सकते हैं। वैसे तो पोस्ट ऑफिस की कई स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स हैं, लेकिन मंथली इनकम स्कीम में हर महीने आमदनी का मौका मिलता है। इस स्कीम में अगर हसबैंड और वाइफ ज्वाइंट अकाउंट खोलते हैं, तो फायदा डबल होता है। जानें इस स्कीम की खास बातें।