बच्चों में दिखाई दे रहे ये सिमटमस, तो हो सकती है उन्हें ये बीमारी, एक्सपर्ट से जानें इससे बचने का तरीका
हमारे देश में पिछड़े कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में सेनेटरी पैड के उपयोग को लेकर महिलाएं जागरूक नहीं हैं। इससे कई तरह की बीमारियां फैलती हैं। वहीं, मार्केट में अभी जो सेनेटरी पैड्स एवेलेबल हैं, उनका सही ढंग से निस्तारण नहीं हो पाता है और वे बायो मेडिकल कचरे के रूप में पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
खर्राटों की समस्या बहुत परेशानी पैदा करती है। अक्सर नींद में खर्राटे लेने वालों से लोग दूर ही रहना चाहते हैं। दरअसल, जिन लोगों को स्लीप एपनिया नाम की बीमारी होती है, उन्हें सोते समय सांस लेने में थोड़ी तकलीफ होती है। इसी वजह से लोग खर्राटे लेते हैं।
अच्छी बॉडी बनाने के लिए क्या खाना है और कितना खाना है इसकी एक लिमिट होती है।
खराब लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को डायबिटीज, PCOD, थायराइड और हार्मोन असंतुलन जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ रहा है।
अक्सर लोगों को कभी न कभी दांतों में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। दांतों में जब दर्द होता है तो बर्दाश्त से बाहर हो जाता है। इसके अलावा मसूड़ों में सूजन की समस्या भी हो जाती है।
नींद में चल पड़ना एक अजीबोगरीब बीमारी है। वैसे, इस बीमारी से कम लोग ही पीड़ित होते हैं, लेकिन फिर भी यह बीमारी बहुत खतरनाक मानी जाती है, क्योंकि अगर इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो मरीज की हालत बुरी भी हो सकती है।
स्वाद के साथ अदरक वाली चाय सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल हर क्षेत्र में बढ़ता ही जा रहा है। अभी हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के शोधकर्ताओं ने कैंसर सेल्स की पहचान करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम डेवलप किया है।
अस्थमा को आम तौर पर दमा भी कहते हैं। इस बीमारी में सांस लेने में दिक्कत होती है और दम फूलने लगता है। सर्दियों में अस्थमा के दौरे का खतरा ज्यादा ही बढ़ जाता है। आम तौर पर यह बीमारी बुजुर्ग लोगों को होती है, लेकिन अब बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं।