वीडियो डेस्क। खराब जीवनशैली, खान-पान, दिनचर्या में कुछ बदलाव के कारण आज लोगों में कई बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। उनमें सबसे ज्यादा सांस रोग का खतरा बना होता है। सांस की बीमारी (श्वसन रोग) से बचने के लिए फेफड़ों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना उचित है। फेफड़े के कैंसर, अस्थमा, और सीओपीडी जैसी गंभीर बीमारियों से बचना मुश्किल है। लेकिन, जीवनशैली, खान-पान, दिनचर्या में कुछ बदलाव और स्वास्थ्य बीमा आपको सामान्य जीवन जीने में मदद कर सकते हैं। यदि आप भी फेफड़ों के किसी रोग से त्रस्त हैं तो इन महत्वपूर्ण बातों पर अमल कर अपनी ज़िंदगी को आसान बना सकते हैं। ऐसे में हमने मध्य प्रदेश के अग्रवाल हॉस्पिटल के एमडी डॉक्टर पीएन अग्रवाल से जाना क्या होती है सांस की बीमारी और इसके लक्षण?