व्यस्त जीवनशैली की वजह से आजकल लोग बच्चों के साथ बहुत कम समय बिता पाते हैं। इससे बच्चों के विकास पर सही असर नहीं पड़ता। अगर हम बच्चों के साथ थोड़ा वक्त बिताएं तो उनसे कई अच्छी बातें सीखने को मिल सकती हैं।
कोई रिश्ता बनाना जितना आसान होता है, उसे निभा पाना उतना ही मुश्किल। कई वजहों से लोगों के बीच कड़वाहट पैदा हो जाती है और वे लंबे समय तक रिश्ता जारी नहीं रख पाते।
आजकल शायद ही कोई ऐसा शख्स मिले जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करता हो। सोशल मीडिया का संबंधों पर कई तरह से असर पड़ता है।
कई बार पता नहीं चलता और रिश्ते में एक तरह की बोरियत आने लगती है। ऐसा होने पर पार्टनर्स एक-दूसरे के प्रति ज्यादा आकर्षण महसूस नहीं करते।
हर रिश्ते में कभी न कभी कोई समस्या आती है। पार्टनर्स के बीच मनमुटाव हो जाना या किसी बात को लेकर अनबन होना कोई बड़ी बात नहीं है।
रिलेशनशिप में पार्टनर से जल्दी ही ब्रेकअप हो जाना एक बहुत बड़ी समस्या है। इससे लोग भावनात्मक स्तर पर टूट जाते हैं।
बच्चों का सही ढंग से विकास हो सके, इसके लिए हर माता-पिता चिंतित रहते हैं। कम उम्र से ही बच्चों का खास तरीके से ख्याल रखने से उनका संतुलित विकास होता है।
आजकल ज्यादातर लोग स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे भी कई बार रिलेशनशिप में समस्याएं आने लगती हैं।
जब कोई इंसान गुस्से में होता है तो उसमें सोचने-समझने की क्षमता नहीं रह जाती। रिलेशनशिप में पार्टनर्स के बीच कभी लड़ाई या मनमुटाव हो जाना बड़ी बात नहीं है, लेकिन गुस्सा नियंत्रित नहीं हो तो कई बार यह रिश्ता टूटने की वजह बन जाता है।
होली एक ऐसा त्योहार है, जब लोग गिले-शिकवे भुलाकर आपस में मिलते हैं और खुशियां मनाते हैं। टूटे संबंधों को दोबारा जोड़ने के लिए इससे बेहतर दूसरा कोई मौका नहीं हो सकता।