आजकल महिलाओं में सिंगल रहने की टेन्डेंसी बढ़ती जा रही है। ज्यादातर महिलाएं शादी के झमेलों से दूर रहना चाहती हैं। एक रिसर्च से पता चला है कि ऐसी महिलाएं सिंगल पुरुषों की तुलना में ज्यादा खुश रहती हैं।
किसी फिल्म का बहुत ही मशहूर गीत है - जब दिल ही टूट गया तो जी कर क्या करें...। इस गीत में सच्चाई सामने आई है। वाकई, जिन लोगों के दिल टूट जाते हैं, उन्हें बहुत भावनात्मक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
रिलेशनशिप में पार्टनर द्वारा धोखा दिए जाने की समस्या आम है। ऐसा नहीं कि सिर्फ पुरुष ही इस मामले में दोषी होते हैं, कई महिलाएं भी बेवफाई करने से बाज नहीं आतीं।
भारतीय परंपरा में पति-पत्नी का रिश्ता जन्म-जन्मांतरों का माना जाता है, लेकिन यह भी सच है कि ज्यादातर पति अपनी पत्नियों की उपेक्षा भी करते हैं। एक पत्नी की अपने पति से जो उम्मीदें होती हैं, उन्हें वह ठीक से पूरा नहीं कर पाते।
रिलेशनशिप में पार्टनर पर ज्यादा निर्भरता ठीक नहीं है। इससे अपना व्यक्तित्व कमजोर पड़ने लगता है। खास कर महिलाओं को हर हाल में अपना स्वतंत्र वजूद कायम रखना चाहिए।
कई बार ब्रेकअप के बाद भी पार्टनर दोस्ती बनाए रखना चाहते हैं। यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है कि ऐसा संभव है या नहीं। ब्रेकअप के बाद पार्टनर से दोस्ती रखें या नहीं, इसे लेकर ठीक से विचार कर लेना चाहिए।
प्रेम का आकर्षण भी अजीब होता है। कभी-कभी लोग ऐसे व्यक्ति के प्रेम में पड़ जाते हैं, जो उन्हें प्यार नहीं करता। लेकिन उन्हें यह वहम होता है कि जिसे वे चाहते हैं, वह भी उनसे प्यार करता है।
इंटरनेट के तेजी से बढ़ते प्रसार, सोशल साइट्स और डेटिंग साइट्स के आ जाने से रिलेशनशिप बनाने के लिए अब युवाओं का रुझान इस तरफ बढ़ रहा है।
ऐसा कई बार होता है कि लोग मन ही मन किसी को चाहने लगते हैं। कई बार तो शर्म और संकोच की वजह से वे अपने दिल की बात नहीं बता पाते। अगर बताते भी हैं तो यह कतई जरूरी नहीं कि आपका प्रस्ताव स्वीकार ही कर लिया जाएगा।
कहा गया है कि जरूरत से ज्यादा कभी नहीं बोलना चाहिए। जिन लोगों को ज्यादा बोलने की आदत होती है, वे कभी-कभी कुछ ऐसी बातें भी कह देते हैं, जिनसे रिलेशनशिप पर बुरा असर पड़ता है।