सार

बहन भाई की सुरक्षा और लंबी उम्र के लिए ईश्वर से प्रार्थना हर दिन करती है। लेकिन यहां एक बहन ने भाई को नशे से बचाने के लिए खुद की जान दे दी। पूरी खबर आपको रुला देगी।

रिलेशनशिप डेस्क. रक्षाबंधन आने वाला है और एक भाई की कलाई पर अब कभी राखी नहीं बंधेगी। जब-जब राखी आएगा वो बहन को याद करके रोएगा और अपने आप को कोसेगा। सोचेंगा कि काश मैंने पहले उसकी बात मान ली होती तो वो इस दुनिया में होती और मेरी कलाई कभी सूनी नहीं होती। गाजियाबाद से जुड़ी ये कहानी एक ऐसे बहन की है जो अब इस जहां में नहीं है। भाई के नशे की लत छूट सके इसके लिए उसने अपनी जिंदगी को ही खत्म कर लिया।

गुरुवार (10 अगस्त)को 16 साल की लड़की का शव छक के पंखे से लटका हुआ मिला। उसने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। उसके पास जो सुसाइड नोट मिला उसमें उसने अपने इस कदम के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। लेकिन उसने लिखा कि मैं आत्महत्या कर रही हूं ताकि मेरा भाई ड्रग्स छोड़ सके। मीडिया से बातचीत में पुलिस ने बताया कि जब लड़की की मां घर पर नहीं थी तब उसने ये कदम उठाया। मां जब घर लौटी तो उसने दरवाजा खटखटाया। लेकिन जब कमरे से कोई रिएक्शन नहीं मिला तो उसने पड़ोसियों को बुलाया। जिसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी गई। घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल होने पर सब सन्न रह गए थे।

भाई है जेल में बंद 

वो पंखे से लटकी हुई पाई गई थी। निजी अस्पताल में उसे तुरंत ले जाया गया। लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पोस्टमार्टम कराके शव को परिजनों को सौंप दिया गया।पुलिस ने कहा कि पीड़िता का बड़ा भाई POCSO अधिनियम के तहत जेल में बंद है। हालांकि फैमिली की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

नशे से बर्बाद हो रहा घर

वाकई नशा ना जाने कितने घरों को तबाह करके रख दिया है। जिसके घर में कोई नशे का आदि हो जाता है उस घर में शांति बचती ही नहीं है। लेकिन बहन के गुजर जाने पर हो सकता है कि गाजियाबाद में रहने वाला भाई नशा छोड़कर बहन की अंतिम ख्वाहिश को पूरा करेगा। हालांकि लड़की ने जो कदम उठाया उसे भी सही नहीं कहा जा सकता है। मरना किसी भी समस्या का हल नहीं है। किसी और तरीके से उसे भाई का नशा छुड़ाने की कोशिश करनी चाहिए थी।

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